रूस में जारी फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में फ्रांस पहुंच चुका है और 15 जुलाई को खिताब के लिए उसका मुकाबला किस टीम के साथ होगा, इसका फैसला आज हो जाएगा। इंग्लैंड और क्रोएशिया दूसरे सेमीफाइनल में आमने-सामने होंगे, वर्ल्ड कप में ये पहला मौका है जब ये दोनों टीमें आमने-सामने हैं। वहीं इंटरनेशनल लेवल पर दोनों टीमें सात बार एक दूसरे के खिलाफ खेल चुकी हैं।
इंग्लैंड और क्रोएशिया के बीच सात मुकाबलों में इंग्लैंड ने चार में जीत दर्ज की है, जबकि क्रोएशिया के हाथ दो जीत लगी हैं। उनके बीच पहला मुकाबला 1996 में खेला गया था जो गोल रहित ड्रॉ रहा था। दोनों के बीच किसी मेजर टूर्नामेंट में इससे पहले एक बार भिड़ंत हुई थी तब इंग्लैंड ने क्रोएशिया को यूरो 2004 में 4-2 से हराया था।
इंग्लैंड
– इंग्लैंड 1990 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में पहुंचा है। इंग्लैंड 1990 के सेमीफाइनल में जर्मनी से पेनल्टी शूटआउट में हार गया था।
– इंग्लैंड ने अब तक सिर्फ एक बार इंटरनेशनल खिताब जीता है और ये खिताब अपनी मेजबानी में 1966 के वर्ल्ड कप के रूप में था।
– इंग्लैंड के फॉरवर्ड और कप्तान हैरी केन छह गोलों के साथ इस वर्ल्ड कप के टॉप स्कोरर हैं और गोल्डन बूट की दौड़ में सबसे आगे हैं। केन ने एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल करने के अपने देश के पूर्व स्ट्राइकर गैरी लिनेकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
– इंग्लैंड ने टूर्नामेंट में अब तक 11 गोल किए हैं और 1966 के टूर्नामेंट में अपने सबसे ज्यादा 11 गोल करने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
– इंग्लैंड के मिडफील्डर जॉर्डन एंडरसन ने अपनी टीम के लिए अपने पिछले 30 मैचों में एक भी मैच नहीं हारा है और ये इतिहास में किसी इंग्लिश खिलाड़ी का सबसे बड़ा अपराजेय क्रम है।
क्रोएशिया
– क्रोएशिया 1990 में स्वतंत्र देश बना था और उसका डेब्यू वर्ल्ड कप 1998 में था, जिसमें वो सेमीफाइनल में पहुंचकर मेजबान और बाद में विजेता बने फ्रांस से हारा था।
– क्रोएशिया ने ग्रुप राउंड में सभी तीन मैच जीते थे और उसने सात गोल किए थे और महज एक गोल खाया था।
– ग्रुप राउंड में तीनों मैच जीतने के बाद क्रोएशिया को राउंड-16 में डेनमार्क को और क्वॉर्टर फाइनल में मेजबान रूस को हराने में अतिरिक्त समय और शूटआउट का सहारा लेना पड़ा था।