मोबाइल निर्माता कंपनी सैमसंग के नए संयंत्र का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम बदौलत भारत दुनिया में दूसरा बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। यह कारखाना मेक इन इंडिया को गति देगा। पिछले चार साल के दौरान भारत में मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियों की संख्या दो से बढ़कर 120 हो चुकी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मोबाइल फोन बनाने वाले कारखानों की संख्या बढ़ने से इस क्षेत्र ने देशभर के युवकों को करीब चार लाख रोजगार दिए हैं। इस तरह के बड़े कारखाने दक्षिण कोरिया जैसे मित्र देशों के साथ भारत के आर्थिक और वाणिज्यक रिश्तों की बुनियाद हैं। भारत को विनिर्माण के क्षेत्र में दुनिया का बड़ा केन्द्र बनाने की दिशा में आज का दिन महत्वपूर्ण कदम है।
मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने की हमारी पहल केवल आर्थिक नीति का हिस्सा नहीं है बल्कि दक्षिण कोरिया जैसे मित्र देशों के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों की प्रगाढ़ता को दर्शाती है। मेक इन इंडिया की बदौलत भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। जल्दी भारत पहले पायदान पर होगा। करीब 5,000 करोड़ रुपये का ये निवेश भारत और कोरिया के रिश्तों को और मजबूत करेगा। कोरियाई कंपनी ने भारत में शोध एवं विकास इकाई की भी स्थापना की है।
भारत सबसे तेज बढ़ रही अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवसथाओं में से एक है। देश में तेजी से उभरते मध्यम वर्ग की वजह से हमारे देश में कारोबार और निवेश की असीमित संभावनाएं उपलब्ध हैं। देश में 40 करोड़ लोगों के पास स्मार्टफोन हैं जबकि 32 करोड़ लोग ब्राडबैंड इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दूर-दराज के गांवों तक पहुंच रहा लाभ
मोदी ने कहा, भारत सरकार की योजनाओं का लाभ दूर-दराज के गांवों तक पहुंच रहा है। देशभर के गांवों में तीन लाख कॉमन सर्विस सेंटर खुल गए हैं। जिनसे लोगों को पीएफ से लेकर पेंशन तक ऑनलाइन मिल रहे हैं।
नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली में एक घंटा रास्ता बंद रहने से जाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के आगमन के चलते सोमवार को नोएडा और दिल्ली को जोड़ने वाले रास्ते वाहनों के लिए एक घंटे तक बंद रहे। इस कारण नोएडा और दिल्ली के अलावा गाजियाबाद के एनएच-24 तक लंबा जाम लग गया। जाम लगने से लोगों को करीब तीन घंटे तक परेशानियों का सामना करना पड़ा।
तय कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को डीएनडी के जरिए दिल्ली से नोएडा आना था लेकिन ऐन वक्त पर कार्यक्रम में बदलाव किया गया। दोनों अतिथियों के मेट्रो से आने के बावजूद सुरक्षा के मद्देनजर वाहनों को एक घंटे तक रोका गया।
अक्षरधाम के सामने से चिल्ला नोएडा प्रवेश द्वार से होते हुए नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस वे, डीएनडी, कालिंदी कुंज, सेक्टर-37, सेक्टर-3 रजनीगंधा चौराहा और सेक्टर-1 गोलचक्कर से एक्सप्रेस वे होते हुए ग्रेनो की ओर जाने वाले वाहनों को 4 बजकर 55 मिनट पर रोका गया। प्रधानमंत्री के काफिला एक्सप्रेस वे से सेक्टर-81 की ओर जाने के बाद 5 बजकर 20 मिनट पर दोबारा से ट्रैफिक शुरू किया गया।
इसके बाद सेक्टर-81 से बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन की ओर आते समय एक्सप्रेस वे पर ग्रेनो की ओर से आने वाले वाहनों के लिए 6 बजकर 15 मिनट पर ट्रैफिक रोका गया और 6 बजकर 55 मिनट पर खोला गया। इस दौरान दिल्ली की ओर से आने वाले ट्रैफिक को 5 मिनट के लिए रोका गया। डीएससी रोड पर भी इस दौरान ट्रैफिक बंद रखा गया। नोएडा प्रवेश द्वार, कालिंदी कुंज लाल बत्ती पर ट्रैफिक को रोका गया था।
करीब एक घंटे तक पूरी तरह ट्रैफिक बंद रहने का असर सड़कों पर तीन घंटे तक नजर आया। सबसे ज्यादा दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन चालकों को जाम में फंसना पड़ा। दिल्ली के सरिता विहार और अक्षरधाम की ओर लंबा जाम लग गया। नोएडा के सेक्टर-1 गोलचक्कर, सेक्टर-3 रजनीगंधा और सेक्टर-37 रास्ते पर भी वाहन चालकों को जाम में फंसना पड़ा। ट्रैफिक को डायवर्ट करने व लोगों के खुद रास्ता बदलने के कारण एनएच-24 पर भी वाहन चालकों को जाम में फंसना पड़ा।
सड़क से आते तो और लंबा जाम लगता
प्रधानमंत्री के मेट्रो से आने के बावजूद एक घंटे तक वाहनों के लिए रास्ते बंद रखे गए। अगर प्रधानमंत्री डीएनडी के जरिए ही सड़क मार्ग से आते तो वाहन चालकों को और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता।
कब-कब ट्रैफिक रहा जाम
4 बजकर 55 मिनट शाम : प्रधानमंत्री के आगमन पर ट्रैफिक रोका
5 बजकर 20 मिनट पर खोला
6 बजकर 15 मिनट पर नोएडा से जाते समय रोका गया ट्रैफिक
6 बजकर 55 मिनट पर खोला
5 मिनट पहले दिल्ली से आने वाला ट्रैफिक भी रोका गया