कोसी और सीमांचल में नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है जिससे सुपौल में पूर्वी कोसी तटबंध के रोड नंबर छह पर बना डायवर्सन बह गया है। अररिया और किशनगंज में नदियां उफनाने से कुछ जगहों पर डायवर्सन ध्वस्त हो गया है। इससे इन इलाकों में आवागमन की समस्या हो गयी है। कटिहार में महानंदा नदी तीन जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गयी है।
सुपौल में कोसी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से लगभग डेढ़ दर्जन पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं। गुरुवार को किशनपुर प्रखंड में पूर्वी कोसी तटबंध के 47 किमी बिंदु के पास रोड नं. 6 पर बना डायवर्सन ध्वस्त हो गया। इससे लगभग 20 गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है। उधर, पानी का दबाव बढ़ने से पूर्वी कोसी तटबंध के 64.95 किमी स्पर पर कटाव होने लगा है। गुरुवार को कोसी बराज पर डेढ़ लाख क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज किया गया। सहरसा में कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। कोसी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी से खेतों में पानी गिरने लगा है। ई-2 स्पर के अपस्ट्रीम में करीब 500 मीटर में लंबाई में लुप बनाकर नदी कटाव कर रही है। मधेपुरा जिले में कोसी नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण आलमनगर और चौसा के निचले इलाकों में पानी फैलने लगा है।
अररिया में बुधवार रात हुई बारिश से परमान, बकरा, नुना, सौरा सभी नदियों में जलस्तर बढ़ गया है। सिकटी प्रखंड के दहगांव में सिकटी-पलासी मार्ग पर बनी पुलिया का एप्रोच बह गया है। आवागमन ठप है। दहगांव के चार वार्डों में पानी भी फैल गया है। वहीं, पलासी प्रखंड के पिपरा बिजवार पंचायत अंतर्गत छपनियां में करीब आधा दर्जन घरों में बकरा नदी का पानी घुस गया है। दूसरी ओर, फारबिसगंज परमान नदी के पानी के तेज धार में डोमरा बांध रोड दो जगह ध्वस्त हो गया है। फारबिसगंज-कुर्साकांटा आवागमन ठप है। डोमरा बांध टूटने से पंचायतों में हड़कंप मच गया है।
किशनगंज में गुरुवार को महानंदा नदी खतरे के निशान तक पहुंच गई है। ठाकुरगंज में मेची नदी के उफनाने से भक्सरभिट्ट, नेमुगुडी,पासवान टोला, खटखटी,तबलभिट्ठा आदि गावों में पानी घुस गया है। दिघलबैंक में गुरुवार को कनकई नदी के उफान ने शिमलडांगी, कोढ़ोबाड़ी, दुर्गापुर आदि गांवों को भी अपने जद में लेना प्रारंभ कर दिया है। कनकई, रेतुआ, कोल नदियों के उफान से टेढ़ागाछ के दर्जनों गांव जलमग्न हो गया है।
कटिहार जिले में महानंदा, गंगा, बरंडी के जलस्तर में वृद्धि होने का सिलसिला जारी है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने से मनिहारी नगर पंचायत स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है। महानंदा नदी तीन जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गयी है। इस कारण खेतों में पानी फैल गया है। वहीं प्राणपुर प्रखंड के दो गांव पानी से घिर गये हैं। खगड़िया में बागमती, कोसी और गंडक नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई है।