मिशन 2019 की तैयारी में जुटी भाजपा बूथ स्तर से भी नीचे हर घर तक पहुंच का सूक्ष्म प्रबंधन (माइक्रों मेनेजमेंट) शुरू करने जा रही है। पार्टी देश की लगभग 400 लोकसभा सीटों पर हर घर की जिम्मेदारी एक कार्यकर्ता को देगी, जो संपर्क से लेकर मतदान सुनिश्चित होने तक काम करेगा। पार्टी की कोशिश मतदान बढ़ाना है, जिससे विपक्षी एकजुटता की कोशिशों को ध्वस्त किया जा सके।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह हर राज्य की लोकसभा टोलियों व चुनाव प्रबंधन से जुड़े तंत्र के साथ बैठके कर चुनावी तैयारियों को तेज करने में जुटे हैं। अभी तक लगभग 20 राज्यों में उनकी बैठकें हो चुकी हैं। पार्टी की कोशिश अधिकतम लोकसभा क्षेत्रों में हर घर तक कार्यकर्ताओं को पहुंचाने की है। अभी तक पार्टी के सूक्ष्म प्रबंधन में बूथ टीमें और पन्ना व अर्ध पन्ना प्रमुख थे। अब पार्टी हर घर की जिम्मेदारी एक कार्यकर्ता को देने की तैयारी में है।
अपना कामकाज करते हुए करेंगे पार्टी का काम
यह कार्यकर्ता मोदी सरकार की उपलबिध्यों के साथ मतदान तक उस घर के संपर्क में रहेगा। आम तौर पर एक घर में तीन से पांच मतदाता होते हैं, कुछ में ज्यादा मतदाता भी होंगे। कई मतदाता मतदान के समय अपने गांव-शहर से बाहर होते हैं। चूंकि यह कार्यकर्ता परिवार के संपर्क में रहेगा, ऐसे में उनको भी मतदान के लिए आग्रह किया जा सकेगा। यह कार्यकर्ता अपने रोजमर्रा के कामकाज व नौकरी-व्यवसाय को संभालते हुए इस जिम्मेदारी को भी निभाएंगे।
400 से अधिक सीटों पर लड़ने की तैयारी
एनडीए के सहयोगी दलों के साथ गठबंघन में भाजपा लगभग चार सौ सीटों पर खुद चुनाव लड़ेगी। सहयोगी दलों की संख्या घटने बढ़ने पर यह संख्या भी बदल सकती है। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा का संगठन मजबूत है वहां पर वह अपने सूक्ष्म प्रबंधन को पूरी ताकत से लागू करेगी। लेकिन जहां पर संगठन अपेक्षाकृत नया है और विस्तार की अवस्था में है, वहां पर एक कार्यकर्ता के पास एक से अधिक परिवारों की जिम्मेदारी हो सकती है। दूरदराज के क्षेत्रों में कम घरों वाली बसाहटों में एक ही कार्यकर्ता पर्याप्त होगा।