भारत में पोहा सुबह के नाश्ते के तौर पर खासा पसंद किया जाता है। लंबे समय से भारतीय पोहे का सुबह के नाश्ते में सेवन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अब बाजार में ओट और कीनोआ जैसे नाश्ते के तौर पर सेवन किए जाने वाले आहार भी मौजूद हैं, इनको बनाने वाली कंपनिया दावा करती हैं कि इनसे आप तेजी से वजन कम कर सकते हैं। लेकिन इन सब के बीच विशषज्ञों का मानना है कि पोहा सबसे सेहतमंद नाश्ता है। पोहे में 76.9 फीसदी कार्बोहाइड्रेट्स और 23.1 फीसदी प्रोटीन होता है। जो कि इसे एक सेहतमंद नाश्ता बनाता है, जो आपको सुबह-सुबह ऊर्जा देता है।
अलग-अलग नामों से जाना जाता है
पूरे भारत में पोहे को अलग-अलग तरह से बनाया जाता है। जैसे कि कांदा पोहा, दही चूड़ा(असम, बिहार और उड़ीसा में मशहूर), पोहा जलेबी(मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध) खड़भुजा पोहा और अन्य। इसको अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नाम से जाना जाता है। तमिल में इसे अवल, कन्नड़ में अवालक्की और भोजपुरी में चूड़ा कहते हैं। इतना ही नहीं मराठी परंपराओं में भी इसका खासा महत्व हैं। यहां तक की एक प्रसिद्ध मराठी फिल्म में कांदा पोहा पर एक गाना तक फिल्माया गया है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
फिटनेस कोच और स्पोर्ट्स न्यूट्रीशियन एक्सपर्ट अरुणवा भट्टाचार्य कहती हैं कि पोहा भारत का एक मशहुर नाश्ता है, जिसे चावल से बनाया जाता है। वे कहती हैं कि यह अपने आप में एक पूर्ण आहार है। इसमें भारी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स, आयरन और फाइबर होते हैं। साथ ही पोहे में एंटी ऑक्सीडेंट और जरूरी विटामिन की भी जरूरी मात्रा में होती है। वे कहती हैं कि यह सुबह के नाश्ते के लिए या दिन में किसी भी समय स्नैक की तरह खाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें कार्ब्स की मात्रा बहुत कम होती है। साथ ही इसमें इंसुलिन न होने के कारण पोहा वजन कम करने में भी मदद करता है।
क्योंकि पोहा को चावलों को पीटकर बनाया जाता है। जिसके कारण ये आासनी से पच जाता है, जिस कारण पेट पर दबाव नहीं रहता और आपको पूरे दिन पेट फुला हुआ महसूस नहीं होता।