BJP ने कहा- सुषमा ने मुद्दे का खुद ही हल कर लिया है

BJP ने कहा- सुषमा ने मुद्दे का खुद ही हल कर लिया है

बीजेपी ने सोशल मीडिया पर ट्रोल का मुकाबला कर रही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का पार्टी द्वारा बचाव नहीं करने के आरोपों को तवज्जो नहीं दिया है। बीजेपी ने कहा, उन्होंने इस मुद्दे का खुद ही हल कर लिया है। प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को कहा, पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने सुषमा के समर्थन में बोला है। पार्टी के प्रवक्ता सिंह और गडकरी से ऊपर नहीं हैं। उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि सुषमा उन लोगों में शामिल हैं, जो दूसरों की सुरक्षा करती हैं और उन्हें उन जैसे लोगों से संरक्षण की जरूरत नहीं है।

ट्रोलिंग राष्ट्रीय शर्म का विषय: अहमद पटेल
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी को सोशल मीडिया में ट्रोल करने को राष्ट्रीय शर्म करार दिया। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने मंत्रियों का बचाव नहीं कर पा रही है, तो आम जनता की बात तो छोड़ ही दीजिए।

राजनाथ ने कहा-ट्रोल करना गलत

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्रोल करना गलत है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी लखनऊ के अलग-अलग धर्म के दंपति को पासपोर्ट जारी करने के संबंध में टि्वटर पर ट्रोल हुई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समर्थन में उतरे और उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री का मंजूरी दिए जाने वाले दस्तावेजों से कोई संबंध नहीं है।

सुषमा ने कराया ट्विटर पोल

सुषमा ने रविवार को टि्वटर पर कहा था, ”लोकतंत्र में मत भिन्नता होना स्वाभाविक है। कृपया आलोचना अवश्य करें, लेकिन अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करें। सभ्य भाषा में होने वाली आलोचना हमेशा अधिक प्रभावी होती है। इसके बाद उन्होंने टि्वटर पर एक सर्वेक्षण भी कराया था और इस मंच का इस्तेमाल करने वालों से पूछा था कि क्या वे इस तरह की ट्रोलिंग को स्वीकार  करते हैं। इस पर 43 प्रतिशत लोगों ने हां में और 57 प्रतिशत लोगों ने ना में जवाब दिया था।

क्या है मामला

सुषमा एक अंतरधर्मी दंपत्ति को पासपोर्ट जारी कराने और इससे संबंधित विवाद में लखनऊ स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी विकास मिश्रा के तबादले के बाद से आक्रामक ट्वीटों का सामना कर रही हैं। मिश्रा का तब लखनऊ से गोरखपुर तबादला कर दिया गया था जब अंतरधर्मी दंपत्ति ने आरोप लगाया कि अधिकारी ने उनका अपमान किया है।

दंपत्ति का आरोप था कि मिश्रा ने पति से हिन्दू बनने को कहा और उसकी पत्नी की इसलिए खिंचाई की क्योंकि उसने मुसलमान से शादी की है। मिश्रा ने अपने बचाव में कहा था कि वह धर्मनरिपेक्ष हैं। अधिकारी ने कहा था कि उन्होंने महिला से कहा था कि उसके निकाहनामे में उसका नाम शाजिया अनस है जिसकी पुष्टि फाइल में होनी चाहिए।

सोशल मीडिया पर एक तबके ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर सुषमा और उनके मंत्रालय पर हमला बोला था। इन लोगों ने दावा किया था कि अधिकारी ने सिर्फ अपना दायित्व निभाया था। मंत्री ने इन ट्वीटों में से कुछ को री-ट्वीट किया जो गाली-गलौज और सांप्रदायिक प्रकृति के थे।

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