भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल स्पिनरों में शुमार और टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह अपना 38वां जन्मदिन मना रहे हैं। भज्जी का जन्म 3 जुलाई 1980 को पंजाब के जलंधर में हुआ था। लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हरभजन सिंह ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 2016 में खेला था। यूएई के खिलाफ भज्जी ने भारत के लिए ट्वंटी20 मैच खेला और उसके बाद से उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला है।
भज्जी भले ही टीम इंडिया का हिस्सा ना हों, लेकिन उनके नाम कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स हैं, जो आजतक कोई नहीं तोड़ सका है। अपने अग्रेशन के लिए मशहूर भज्जी के कुछ ऐसे ही धांसू रिकॉर्ड्स के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं…
1- भज्जी भारत की ओर से सबसे कम उम्र में 400 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। ओवरऑल बात करें तो उनसे ऊपर सिर्फ एक नाम है और वो हैं श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन। मुथैया मुरलीधरन ने 29 वर्ष 273 दिन की उम्र में 400 विकेट पूरे किए थे और भज्जी ने 31 वर्ष 4 दिन की उम्र में।
2- टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले भज्जी पहले भारतीय गेंदबाज हैं। मार्च 2001 में भज्जी ने ईडन गार्डन्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी, जो भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहली हैट्रिक थी। भज्जी के बाद 2006 में इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में हैट्रिक ली थी।
3- तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी भज्जी के नाम ही है। उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 32 विकेट झटके थे। ये रिकॉर्ड आजतक कोई नहीं तोड़ पाया है।
4- टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल ऑफ स्पिनर भज्जी ही हैं। भज्जी के नाम 417 टेस्ट विकेट हैं और इस मामले में फिलहाल कोई भी भारतीय ऑफ स्पिनर उनके आस-पास भी नहीं है।
5- भज्जी भारत की ओर से पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिसने नंबर आठ पर बल्लेबाजी करते हुए बैक टू बैक टेस्ट सेंचुरी जड़ी हो। 2010 में भज्जी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद और हैदराबाद टेस्ट में क्रम से 115 और नॉटआउट 111 रनों की पारी खेली थी।