मुंबई में दक्षिण पश्चिमी मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और भारी बारिश के कारण यहां और नजदीक के ठाणे में तीन लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई और ठाणे में रातभर और आज सुबह तक बारिश होती रही। इससे कई स्थानों पर पानी भर गया जिससे उप नगरीय रेलगाड़ियों की रफ्तार कम हो गई और दफ्तर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की आपदा प्रबंधन इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि कल शाम दक्षिण मुंबई में मेट्रो सिनेमा के नजदीक दो लोगों पर पेड़ गिर जाने से उनकी मौत हो गई। ठाणे जिले के नगरीय निकाय के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने बताया कि अंबरनाथ तालुका के वाडोल गांव में देर रात सवा दो बजे एक घर के करीब की दीवार ढह जाने से 13 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गई और उसके माता – पिता घायल हो गए।
आज सुबह हुई एक अन्य घटना में ठाणे के एक आवासीय परिसर में अहाते की 65 फीट की दीवार के ढह जाने से उसके नीचे दो कारें और अन्य वाहन दब गए। कदम ने बताया कि बीते 24 घंटे में जिले में 222.81 मिली बारिश हुई। मुंबई में वडाला के एनटॉप हिल इलाके में एक परिसर का बड़ा हिस्सा धंस गया। इसके मलबे में कई वाहन दब गए और करीब 15 कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
मुंबई के मौसम विभाग के निदेशक अजय कुमार ने बताया कि बीते 24 घंटे में मुंबई में 231.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसे बहुत अधिक भारी बारिश माना जाता है। उन्होंने बताया कि बारिश जारी रह सकती है। शहर में अगले 24 से 48 घंटे में बहुत अधिक बारिश होने का अनुमान है। बारिश के कारण हिंदमाता की सड़कें और सायन रेलवे स्टेशन तो नदी में तब्दील हो गई है।
बारिश के कारण रेलवे लाइन भी पानी में डूब गई है। रेल लाइन पर पानी भरने से वेस्टर्न, हार्बर और सेंट्रल लाइन 5-7 मिनट देरी से चल रही हैं। वहीं, ब्रांद्रा स्टेशन पर भी तकनीकी खराबी आ गई है, जिस कारण ट्रेनें लेट हो गई हैं। उधर, बरसात से अंधेरी मेट्रो स्टेशन के नीचे पानी भर गया है। स्लो लाइन सबसे ज्यादा बारिश से प्रभावित है।
मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी उपनगर में 122 मिलीमीटर और पश्चिमी उपनगर में 141 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की सांताक्रूज ऑब्जर्वेट्री ने पिछले 24 घंटों के दौरान (रविवार सुबह 8.30 से सोमवार सुबह 5.30 बजे तक) 195 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है, जबकि आईएमडी की कोलाबा ऑब्जर्वेट्री ने 90 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मॉनसून 29 जून से एक जुलाई के बीच किसी भी समय आ सकता है। फिलहाल लू जैसी परिस्थितियों से जूझ रही दिल्ली में अगले हफ्ते मॉनसून-पूर्व की गतिविधियां शुरू होने की उम्मीद है, जिससे दिल्लीवासियों को राहत मिल सकती है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम. मोहपात्रा ने बताया कि पश्चिमोत्तर मॉनसून के 29 जून से एक जुलाई के बीच आने की उम्मीद है। मॉनसून-पूर्व की बारिश 27 जून के आसपास हो सकती है।
प्री मानसून की बारिश ने रविवार को पटना और उत्तर बिहार सहित राज्य के विभिन्न हिस्से को भिगोया। सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला रहा और राज्य के विभिन्न हिस्से में झमाझम बारिश हुई। घने बादलों को देख किसानों के चहेरे भी खिल उठे। महीने भर से जारी भीषण गर्मी से भी राहत मिली। अधिकतम तापमान चार से पांच डिग्री नीचे आ गया। उत्तर बिहार में तो अच्छी-खासी बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश में तेज धूप
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ व राज्य के अन्य जिलों में सोमवार सुबह तेज धूप निकलने से तापमान में काफी इजाफा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, दिन में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किए जाने और आर्द्रता का स्तर 9० फीसदी से ऊपर रहने की संभावना है।
उप्र मौसम विभाग के निदेशक जे.पी गुप्ता के अनुसार, दिन में तेज धूप निकलेगी और तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की वृद्घि दर्ज की जाएगी। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। आर्द्रता का स्तर 9० फीसदी से ऊपर रहने की वजह से उमस में काफी इजाफा होने की उम्मीद है।