पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महागठबंधन की कोशिशों को झटका दिया है। तृणमूल कांग्रेस पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में ममता ने बीजेपी, काग्रेस के साथ सीपीएम पर भी जोरदार हमला बोला। इसके साथ ही, उन्होंने इस दौरान बीजेपी को माओवादियों के साथ भी जोड़ा दिया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम और माओवादियों पर आरोप लगाया कि बंगाल में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हाथ मिला लिए हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि सीपीएम बीजेपी के चरणों में गिरी हुई है और डूबने से बचने के लिए उनके तिनकों का सहारा ले रही है। तो दूसरी तरफ, कांग्रेस दिल्ली में भाजपा का विरोध कर रही है और यहां उनसे हाथ मिला रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नियम और सिद्धांत कहा हैं? उन्होंने कहा कि सीपीएम, माओवादी और भाजपा ये सभी समाज के कलंक हैं।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्य में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए भगवा दल ईवीएम से छेड़छाड़ कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम शुरू हो गया है। सुनिश्चित करिए की प्रक्रिया का पालन किया जाए। ईवीएम से छेड़छाड़ करना भाजपा की आदत है। हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और उनकी निगरानी करनी चाहिए।’
सीएम ममता बनर्जी ने कार्यकर्ताओं को कड़ा संदेश देकर उनसे अंदरूनी कलह और आत्मसंतोष से बाज आने और एकजुट होकर काम करने को कहा। ममता ने आदिवासी जंगलमहल इलाके में कार्यकर्ताओं के एक तबके पर पिछले महीने हुए पंचायत चुनाव में निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया, जिसकी वजह से पार्टी को कुछ सीटों पर शिकस्त का सामना करना पड़ा। तृणमूल कांग्रेस की विस्तारित कोर समिति की बैठक में ममता ने कहा, ‘हमने वर्षों के संघर्ष के बाद पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) बनाई। हम लोगों के समर्थन से सत्ता में आए। अगर कुछ (कार्यकर्ता) यह सोचते हैं कि वे पार्टी से बड़े हैं तो बाहर जाने के लिए दरवाजा खुला है।