उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ की शीर्ष अदालत में संभावित पदोन्नति की प्रक्रिया में अब विलंब हो सकता है, क्योंकि जस्टिस जे चेलामेश्वर के शुकव्रार को सेवानिवृत्त होने के बाद कोलेजियम का स्वरूप बदल जाएगा।
जस्टिस चेलमेश्वर के सेवानिवृत्त होने के बाद मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कोलेजियम में जस्टिस एके सीकरी शामिल हो जाएंगे। कोलेजियम के अन्य सदस्यों में जस्टिस रंजन गोगोई, मदन बी लोकूर और कुरियन जोसेफ शामिल हैं। कोलेजियम में जस्टिस सीकरी के शामिल होने के बाद जस्टिस जोसेफ के नाम पर नए सिरे से पुनर्विचार की आवश्यकता हो सकती है।
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कोलेजियम की 11 मई को हुई बैठक में सिद्धांत रूप में जस्टिस केएम जोसेफ को पदोन्नति देकर सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनाने की अपनी सिफारिश दोहराने पर सहमति हुई थी। लेकिन जोसेफ के नाम की सिफारिश करने के बारे में कोई निर्णय नहीं हो सका था।
कोलेजियम ने 16 मई को अपनी अगली बैठक में यह कहते हुए फिर फैसला टाल दिया था कि इस मामले में और मंत्रणा की जानी चाहिए और उन उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों तथा जजों के नाम पर भी व्यापक विचार किया जाना चाहिए जिनका सुप्रीम कोर्ट में प्रतिनिधित्व नहीं है।
केंद्र ने 26 अप्रैल को जस्टिस केएम जोसेफ को पदोन्नति देने संबंधी सिफारिश की फाइल पुनर्विचार के लिए कोलेजियम को यह कहते हुए लौटा दी थी कि यह प्रस्ताव शीर्ष अदालत के मानदंडों के अनुरूप नहीं है। यही नहीं, सरकार ने फाइल लौटाते हुए उच्च न्यायालय के जस्टिस में जस्टिस जोसेफ की वरिष्ठता पर भी सवाल उठाए थे।
