अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मेक्सिको सीमा पर बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करने की नीति को वापस लेने को राजी हो गए हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि वह इसके लिए विशेष आदेश पर जल्द हस्ताक्षर करेंगे। व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से ट्रंप ने कहा कि बच्चों को परिवार के साथ रखा जाना काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही ऐसे ही आदेश को जारी करने जा रहे हैं।
इससे पहले अमेरिका के डेमोक्रेट सांसदों ने विवादित आव्रजन नीतियों को लेकर बुधवार को अमेरिकी संसद भवन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारी विरोध किया। संसद भवन में अमेरिकी राष्ट्रपति का बड़े पैमाने पर विरोध एक दुर्लभ घटना है।
ट्रंप प्रशासन गैर-कानूनी तरीके से अमेरिका में दाखिल होने वाले सभी लोगों को गिरफ्तार करने की सख्त नीति पर अमल कर रहा है। इस दौरान ऐसे आव्रजकों के बच्चों को उनसे अलग कर दिया जा रहा है। इस मसले को लेकर ट्रंप का भारी विरोध हो रहा है। यहां तक कि उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप भी इस नीति के खिलाफ बोल चुकी हैं।
आव्रजन नीति पर चर्चा के लिए रिपब्लिकन सांसदों से ट्रंप करीब 45 मिनट तक घिरे रहे। उसके बाद वह बैठक के कमरे से बाहर चले गए। इस बीच डेमोक्रेट सदस्य संसद में हंगामा मचाते रहे। डेमोक्रेट सदस्य इस बात से नाराज हैं कि मैक्सिको से सीमा पार करके अमेरिका आने वाले लोगों से उनके बच्चों को अलग कर दिया जाता है। इस पीड़ा का सामना कर रहे बच्चों की संख्या हजारों में है।
साउथ कैलिफोर्निया से डेमोक्रेट सदस्य जुआन वारगस ने कहा, राष्ट्रपति बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करना बंद करें। वह बच्चों को अलग कर रहे हैं। वारगस ने एक तख्ती ले रखी थी, जिस पर लिखा था, परिवार एक साथ होता है। श्रीमान राष्ट्रपति, क्या आपके बच्चे नहीं हैं। एक अन्य सांसद ने ट्रंप की ओर सवाल दागा, आपको कैसा लगता अगर उन्होंने आपके बच्चों को अलग किया होता।
हालांकि, ट्रंप ने गैरकानूनी तरीके से सीमा पार करने वाले सभी लोगों को गिरफ्तार करने की अपनी नीति का बचाव किया है। इस नीति के कारण, गिरफ्तार किए गए लोगों के मामले पर फैसला आने तक बच्चों को अपने माता-पिता से अलग रहना पड़ता है।
