तेजप्रताप ने बदला बयान

तेजप्रताप ने बदला बयान

पूर्व मंत्री व विधायक तेज प्रताप यादव ने रविवार को शाम 7.28 बजे ट्वीट कर राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे को अभिभावक और मार्गदर्शक बताया। गौरतलब है कि इससे पहले सुबह 10.30 बजे यादव ने डा. पूर्वे पर उनको टरका देने, दिमाग पर एमएलसी का लोभ चढ़ने और जनता का दु:ख व दर्द नहीं देखने जैसे आरोप लगाए थे।

शाम को ट्वीट कर कहा कि सोमवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का जन्मदिन वह पूर्वे जी के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के आवास पर केक काटकर मनाएंगे।

तेज प्रताप ने पूर्वे पर आरोप लगाया तो तेजस्वी ने किया बचाव

राजद की अंदरूनी राजनीति में दूसरे दिन भी तल्खी जारी रही। लालू प्रसाद के बड़े पुत्र विधायक तेज प्रताप यादव ने शनिवार को जो मुद्दा उठाया था, उस विवाद के केंद्र में रविवार को बिहार राजद अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे आ गए। तेज प्रताप ने पूर्वे पर आरोप लगाया तो तेजस्वी ने उनका बचाव किया और तेज प्रताप के आरोपों को खारिज कर दिया। दलित को सम्मान दिलाने को लेकर तेज प्रताप ने शनिवार को मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता भाई-भाई में झगड़ा कराना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं लिया था। लेकिन रविवार को तेज प्रताप यादव ने नाम का खुलासा करते हुए कहा कि ‘पारिवारिक कलह की सारी खबरें झूठी हैं।

तेजस्वी को जरूरत होगी तो एक-एक अंग दे देंगे

तेजप्रताप ने कहा कि पार्टी के अंदर जो षड्यंत्र रच रहे हैं, उनका सपना पूरा नहीं होने देंगे। पार्टी के जो वरिष्ठ नेता हैं, वे छात्र राजद को तवज्जो पहले भी नहीं देते थे, अब भी नहीं देते। जब से हम छात्र राजद संगठन को संभाल रहे हैं, पूरा ध्यान दे रहे हैं। पार्टी में जो गतिविधि चल रही है, उसे हम कतई नहीं देखना चाहते हैं। हमारे साथ जो दलित जुड़े, उनकी इच्छा हुई कि उन्हें कोई पद मिलें। लालू-राबड़ी, तेजस्वी सभी ने डॉ. पूर्वे के समक्ष कहा कि मेहनती कार्यकर्ता हैं। उनको पार्टी में स्थान दिया जाए, लेकिन डा. पूर्वे ने उनको टरका दिया। तेजप्रताप ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष एमएलसी बन गए, उनके दिमाग पर एमएलसी का लोभ चढ़ गया है। जनता का दु:ख व दर्द नहीं देख रहे हैं, जनता धूप में खड़ी रहती है, वे उनसे नहीं मिलते हैं। भाई-भाई में कोई विवाद नहीं है, तेजस्वी को जरूरत होगी तो एक-एक अंग दे देंगे। वह पीएम बनें, उनको हमारा पूरा आशीर्वाद है।

तेजस्वी ने तेजप्रताप के आरोपों को किया था खारिज

उधर, तेजस्वी ने डॉ. पूर्वे को अभिभावक तुल्य बताया और तेजप्रताप के आरोपों को खारिज कर दिया। पार्टी कार्यालय में दोपहर में पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के जन्मदिन से एक दिन पूर्व आयोजित रक्तदान शिविर में पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि असामाजिक तत्व को लेकर मामला सामने आएगा तो पार्टी फैसला करेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता हमारे अभिभावक हैं। पूर्वे जी की व्यस्तता के कारण एक चिट्ठी को लेकर देरी हुई, पदाधिकारी नहीं बनाया जाता तो अलग बात होती। अंतत: उनकी अनुशंसा स्वीकार कर ली गई है। विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह हमारे परिवार को मुकदमेबाजी के बाद बर्बाद करना चाहता था। प्रदेश राजद अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे से संपर्क नहीं हो सका। उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा।

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