फीफा वर्ल्ड कप 14 जून से शुरू होने वाला है। फुटबॉल के इस महाकुंभ में 32 टीमें भाग ले रही हैं। ऐसे में दर्शकों के लिए भी यह देखना काफी रोचक होगा कि 32 टीमों के बीच कौन सी ऐसी टीम है जो सबसे अटैकिंग या सबसे डिफेंसिव हैं। आपको बता दें कि एक एनालिसिस के रिजल्ट पर यह बात उभर कर सामने आई है कि पिछले तीन साल के मैचों के प्रदर्शन के बाद इस बार के फुटबॉल वर्ल्ड कप में बेल्जियम सबसे ज्यादा अटैकिंग टीम हैं वही मोरक्को की टीम सबसे डिफेंसिव है।
एक फुटबॉल वेबसाइट eloratings.net के जनवरी 2015 से जून 2021 तक लिए आंकड़ों के अनुसार बेल्जियम ने 37 मैचों में 2.7 गोल प्रति मैच के अनुसार 100 गोल किए हैं। इसी बीच मोरक्को की टीम ने 36 मैच खेले हैं और उन्होंने सिर्फ 0.47 के हिसाब से गोल खाए हैं। या दूसरे शब्दों में कहें तो उन्होंने दो मैच में एक गोल खाया है।
बता दें कि इस समय के दौरान 32 टीमों में से नाइजीरिया ने सबसे कम मैच खेले हैं। उन्होंने तीन साल में सिर्फ 29 मैच खेले हैं वहीं मैक्सिको ने सबसे ज्यादा 67 मैच खेले हैं। हम इसे आंकड़ों की मदद से जान सकते हैं।
सबसे ज्यादा डिफेंसिव टीम की बात की जाए तो इसमें अफ्रीकन देश मोरक्को का नाम सबसे पहले है। इसका सबसे बड़ा कारण उनका सबसे ज्यादा मैच भी खेलना है। इससे हमें यह सोचने का मौका मिल सकता है कि अफ्रीका में विपक्ष की गुणवत्ता ज्यादा नहीं हो सकती है, जिसके कारण मोरक्को के खिलाफ बहुत कम गोल किए गए हैं। बात यह भी उठी कि मोरक्को को ज्यादातर ऐसी टीमों से खेलना पड़ा जो ज्यादा मजबूत नहीं हैं। लेकिन अगर हम क्वालीफाइंग ग्रुप को देखें, तो पाएंगे कि मोरक्को के ग्रुप में टीम के मुकाबले उनसे काफी ऊंची रैंकिंग की टीम मौजूद थी।