मुंह से आ रही दुर्गंध का पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं ने एक सेंसर बनाया है। यह सेंसर हेलिटोसिस का पता लगाने के साथ ही अपना रंग बदलकर यह भी बताएंगे कि दुर्गंध दूर करने के लिए माउथफ्रेशनर लेने का समय हो गया है।
मुंह में खाने के बाद दांतों के बीच फंसे खाद्य पदार्थ सड़ने लगता है, जिससे मुंह में बैक्टीरिया बनने लगते हैं। यही बैक्टीरिया मुंह से दुर्गंध का कारण बनते हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि मुंह की दुर्गंध का पता लगाने के लिए यह सेंसर हाईड्रोजन सल्फाइड के प्रति संवेदनशील हैं। यही रसायनिक गंध अंडों के सड़ने के बाद आती है और मुंह से दुर्गंध के लिए जिम्मेदार होता है। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में तकरीबन एक तिहाई लोग हेलिटोसिस के शिकार हैं।
खास बात यह है कि मुंह की दुर्गंध का पता लगाने वाले इन सेंसर की तरह के सेंसर का इस्तेमाल विशाल औद्योगिक गोदामों में हाईड्रोजन सल्फाइड के लीक होने का पता लगाने के लिए किया जाता है। इस सेंसर को बनाने के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने लेड एसिटेट का इस्तेमाल किया।
यह रसायन हाईड्रोजन सल्फाइड के संपर्क में आने पर भूरे रंग में बदल जाता है। यह अध्ययन एनालिटिकल केमिस्ट्री पत्रिका में प्रकाशित हो चुका है। यह सेंसर कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ तैयार किया है।