बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट बुधवार को थम गई। बीएसई का सेंसेक्स 276 अंक की बढ़त के साथ 35,179 पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 91 अंक की तेजी के साथ 10,685 अंक पर बंद हुआ। रिजर्व बैंक की ओर से आर्थिक वृद्धि के तेज होने के अनुमान से बाजार की बढ़त को बल मिला।
महंगाई और ब्याज दरें बढ़ने से नहीं डरे निवेशक
रिजर्व बैंक के मुद्रास्फीति की चिंता में नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करने के बावजूद बाजार मजबूत हुआ है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि अधिक निवेश तथा खपत की उम्मीद से केंद्रीय बैंक द्वारा 2021-19 के लिये जीडीपी वृद्धि दर को 7.4 प्रतिशत पर बरकरार रखने के फैसले को निवेशकों ने उत्साह से लिया। रुपये में मजबूती तथा वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख से धारणा को बल मिला। केंद्रीय बैंक ने तेल के दाम में वृद्धि को देखते हुए मुद्रास्फीति संबंधी चिंता के कारण साढ़े चार साल में पहली बार नीतिगत दर में वृद्धि की है। इस वृद्धि के बाद रेपो दर 6.25 प्रतिशत हो गई है।
छोटे शेयरों ने भी दिखाया दम
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप सूचकांक 199.52 अंकों की तेजी के साथ 15,734 पर बंद हुआ। जबकि छोटे शेयरों वाला स्मॉलकैप सूचकांक 248 अंकों की तेजी के साथ 16467 पर बंद हुआ।
इन शेयरों में मिला मोटा रिटर्न
बीएसई के 20 में से 16 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु में सबसे अधिक 2.32 फीसदी का फायदा हुआ। धातु 1.72 फीसदी, वाहन 1.57 फीसदी, औद्योगिक 1.55 फीसदी और रीयल्टी 1.47 फीसदी तेजी के साथ सबसे अधिक मुनाफा देने वाले शेयरों में शामिल रहे।
घरेलू निवेशक बने लिवाल
इस बीच अस्थाई आंकड़ों के अनुसार घरेलू संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 474.33 करोड़ रुपये की लिवाली की। जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 157.51 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।