भारत जल्द ही इजरायल के साथ स्पाइक टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों (एटीजीएम) की एक खेप खरीदने के करार को अंतिम रूप दे सकता है। हालांकि, इससे कुछ महीने पहले भारत ने इजरायल के साथ इस हथियार प्रणाली के सौदे को रद्द कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि दोनों देश सौदे को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
पिछले साल नवंबर में रक्षा मंत्रालय ने इजरायल की कंपनी राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम के साथ 50 करोड़ डॉलर की लागत से स्पाइक मिसाइल की एक खेप खरीद प्रक्रिया से कदम वापस खींच लिए थे। हालांकि, जनवरी में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की भारत यात्रा से पहले सरकार ने संकेत दिया था कि वह इजरायल से सरकार से सरकार के स्तर पर एटीजीएम की खरीद पर विचार कर सकती है। जैसा कि फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदने के मामले में किया गया। नेतान्याहू ने अपनी भारत यात्रा के बाद कहा था कि भारत इजरायली मिसाइल प्रणाली खरीदेगा और इसके अंतिम ब्योरे पर काम किया जा रहा है।
नवंबर में यह सौदा रद्द करने के बाद रक्षा मंत्रालय ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) से देसी प्रौद्योगिकी के साथ इस तरह की मिसाइल विकसित करने को कहा था। सरकारी सूत्रों ने कहा कि डीआरडीओ को इसको बनाने में कम से कम तीन साल लगेंगे। ऐसे में सरकार ने इजरायल से टैंक रोधी मिसाइल की एक खेप खरीदने का फैसला किया है।