इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को मालामाल टी20 लीग भी कहा जाता है। क्रिकेटरों से लेकर कोचिंग स्टाफ तक फ्रेंचाइजी टीमें हर किसी पर पानी की तरह पैसा बहाती हैं। ऑक्शन के दौरान क्रिकेटरों की सैलरी तो हमें पता चल जाती है, लेकिन कोचिंग स्टाफ को कितनी सैलरी मिलती है इस पर सस्पेंस बना रहता है। चलिए हम आपको बताते हैं कि बतौर कोचिंग स्टाफ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) के आशीष नेहरा से लेकर किंग्स इलेवन पंजाब के वीरेंद्र सहवाग को क्या सैलरी मिलती है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नेहरा को आईपीएल सेट-अप में 4 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज मिलता है। नेहरा आरसीबी के बॉलिंग कोच हैं और आईपीएल के सबसे महंगे कोच भी। इतना ही नहीं आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नेहरा का पैकेज टीम इंडिया के सपोर्टिंग कोचिंग स्टाफ से ज्यादा है। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री की सैलरी 7 करोड़ रुपये सालाना है, जबकि सपोर्ट स्टाफ को 2-2 करोड़ रुपये सालाना दिए जाते हैं।
डेनियल विटोरी और नेहरा हैं सबसे महंगे कोच
आरसीबी के ही हेड कोच विटोरी आईपीएल के सबसे महंगे कोच हैं। विटोरी और नेहरा 4-4 करोड़ रुपये सैलरी लेते हैं, वहीं दिल्ली डेयरडेविल्स के हेड कोच रिकी पोटिंग की सैलरी 3.7 और चेन्नई सुपर किंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग की सैलरी 3.2 करोड़ रुपये है।
सहवाग की सैलरी उड़ा देगी होश
अगर आपको लगता है कि किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर वीरेंद्र सहवाग की सैलरी तीसरे नंबर पर आती है, तो आप गलत हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि कोचों की सैलरी के मामले में सहवाग पांचवें नंबर पर हैं और उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से 3 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं। वहीं राजस्थान रॉयल्स के शेन वॉर्न की सैलरी 2.7 करोड़ और कोलकाता नाइट राईडर्स के कोच जैक्स कालिस की सैलरी 2.25 करोड़ रुपये है। मुंबई इंडियंस के महेला जयवर्धने की सैलरी भी 2.25 करोड़ रुपये है।
लक्ष्मण, मूडी और कस्टर्न की सैलरी बाकियों के मुकाबले काफी कम
वहीं सनराइजर्स हैदराबाद के बैटिंग कोच वीवीएस लक्ष्मण, हेड कोच टॉम मूडी को दो-दो करोड़ रुपये का पैकेज दिया जाता है और आरसीबी के बैटिंग कोच गैरी कस्टर्न और मुंबई इंडियंस के बॉलिंग कोच लसिथ मलिंगा को 1.5-1.5 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज मिलता है।