कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार आज सदन में बहुमत के लिए शक्तिपरीक्षण कराने वाली है। पर इससे पहले विधानसभा स्पीकर के मुद्दे पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष को शक्तिपरीक्षण से गुजरना होगा। राज्य सरकार के सामने सबसे पहली परीक्षा विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की होगी, जिसके लिए बीजेपी ने भी ताल ठोंक दी है। कांग्रेस से अध्यक्ष पद के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार में गुरुवार को अपना नामांकन भरा है, जबकि बीजेपी की तरफ से पूर्व मंत्री सुरेश कुमार ने भी इस पद के लिए अपना पर्चा दाखिल कर दिया है।
11:30 AM- कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने गुरुवार को कहा कि जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन की सरकार पूरे पांच वर्ष तक चलेगी, लेकिन यह निश्चित नहीं है कि इस पूरी अवधि के दौरान मुख्यमंत्री का पद जेडीएस के ही पास ही रहेगा।
11:00 AM-कांग्रेस विधायक फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा पहुंचे
10:30 AM- शक्ति परीक्षण से पहले बोले कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी-मुझे कोई टेंशन नहीं है, मैं जीतने वाला हूं।
9:30 AM-कांग्रेस के 78 विधायक हैं जबकि कुमारस्वामी की जद (एस) के 36 और बसपा का एक विधायक हैं। गठबंधन ने केपीजेपी के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन का भी दावा किया है।
9:00 AM- कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा कि जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के पास रमेश कुमार को जिताने के लिए पर्याप्त संख्या बल है। वह पहले भी विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं और पांच साल तक सदन का बेहतर तरीके से संचालन किया है।
8:45 AM- बहुमत के लिए 112 का आंकड़ा, जेडीएस-कांग्रेस का दावा है कि उसके पास 116 विधायकों का समर्थन है
8:15 AM- प्रोटेम स्पीकर केजी बोपैया ने दोपहर सवा बारह बजे विधानसभा की बैठक आहूत की है। सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। उसके बाद सदन की आगे की कार्यवाही का संचालन निर्वाचित अध्यक्ष करेंगे।
8:00 AM-
कर्नाटक में 15 मई को आए नतीजों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। राज्यपाल वजू भाई वाला ने सबसे बड़े दल बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता दिया। भाजपा के बीएस येदियुरप्पा ने 17 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली किंतु 19 मई को सदन में बहुमत सिद्ध करने से पहले इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जेडीएस के कुमारस्वामी ने 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें कांग्रेस का समर्थन है।