निपाह वायरस के मरीजों का उपचार करते समय संक्रमण से जान गंवाने वाली नर्स लिनी पुतुसेरी के परिवार की केरल सरकार मदद करेगी। सरकार की ओर से लिनी के पति को नौकरी देने के अलावा उनके दोनों बच्चों को 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर फैसला लिया गया। सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि लिनी के पति सजीश को उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष से उनके दो और पांच वर्ष के बच्चों को 10-10 लाख रुपये मिलेंगे।
लिनी के बच्चों के लिए जो राशि मंजूर की गई है, उसमें से पांच-पांच लाख रुपये उनके बैंक खातों में जमा किए जाएंगे और बाकी के पांच-पांच लाख रुपये इस तरह से जमा होंगे कि अभिभावक उससे प्राप्त होने वाले ब्याज का इस्तेमाल बच्चों की जरूरतों के लिए कर सकेंगे। सरकार ने निपाह वायरस संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले अन्य नौ लोगों के परिजनों को भी पांच-पांच लाख रुपये मदद देने का फैसला किया है।
पेराम्ब्रा तालुका अस्पताल में काम करने वाली नर्स लिनी को यह संक्रमण शुरुआत के दिनों में अस्पताल में उपचार करवाने आए मरीजों से हो गया था। बहरीन में काम करने वाले सजीश लिनी की बीमारी के बारे में सुनकर उनकी मौत के दो दिन पहले पेराम्ब्रा आए थे। इस वायरस के कारण कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
अमीरात के उद्यमियों ने मदद की पेशकश की
संयुक्त अरब अमीरात के दो उद्यमियों ने केरल की नर्स लिनी के दोनों बच्चों को मदद देने की पेशकश की है। अबु धाबी के उद्यमियों ने लिनी के बलिदान की सराहना भी की। एविटिस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, पलक्कड़ केरल के कार्यकारी निदेशकों सांथी प्रमोत और जयति पल्लट ने खलीज टाइम्स से कहा कि उन्होंने लिनी के बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने का वादा किया है। इससे पहले लिनी ने 21 मई को अपनी मौत से पूर्व पति को भावुक पत्र लिखा था।