कर्नाटक में राजनीतिक अनिश्चितता तथा वैश्विक स्तर पर नकारात्मक रुख के बीच चौतरफा बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को जोरदार गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 300 अंक लुढ़ककर 34,848 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज ( एनएसई ) का निफ्टी भी 86 अंक की गिरावट के साथ 10,596 अंक पर बंद हुआ
राजनीतिक अनिश्चितता से बढ़ी बिकवाली
बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी संस्थागत कोषों की बिकवाली जारी रहने तथा वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल के दाम में तेजी से भी प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा सरकार के सदन में शनिवार को बहुमत साबित करने को लेकर निवेशकों में संदेह की स्थिति है। इसका भी बाजार की धारणा पर असर पड़ा। उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक विधानसभा में शाम चार बजे बहुमत साबित करने को कहा है। इससे पहले , राज्यपाल ने येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने को लेकर 15 दिन का समय दिया था। येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के रूप में गुरूवार को शपथ ली थी। फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान बढ़ने से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का तिमाही परिणाम बेहतर नहीं रहने से उनके शेयरों में बिकवाली दबाव देखा गया जिसका बाजार की धारणा पर असर पड़ा।
छोटे शेयर भी लुढ़के
बीएसई के मिडकैप सूचकांक और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप सूचकांक 237 अंकों की गिरावट के साथ 15,896 पर बंद हुआ। वहीं स्मॉलकैप सूचकांक 285 अंकों की गिरावट के साथ 17,327 पर बंद हुआ।
इन शेयरों ने दिया जोर का झटका
बीएसई के 20 में से 19 सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई। पूंजीगत वस्तुओं के सूचकांक में सबसे अधिक 3.05 फीसदी का नुकसान हुआ। औद्योगिक 2.54 फीसदी, धातु 2.36 फीसदी, स्वास्थ्य सेवाएं 2.06 फीसदी और ऑटो 1.82 फीसदी गिरावट के साथ सबसे अधिक नुकसान वाले शेयरों में शामिल रहे।
बाजार की चाल
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह पांच अंकों की गिरावट के साथ 35,144 पर खुला और अंत में 0.86 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 35,163 के ऊपरी और 34,821 के निचले स्तर को छुआ। एनएसई का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 11 अंकों की गिरावट के साथ 10,672 पर खुला और 0.81 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,675 के ऊपरी और 10,589 के निचले स्तर को छुआ।