स्थानीय शेयर बाजारों में आज लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गयी। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 300 अंक लुढ़ककर 34,848.30 अंक पर बंद हुआ। कर्नाटक में राजनीतिक अनिश्चितता तथा वैश्विक स्तर पर नकारात्मक रुख के बीच चौतरफा बिकवाली से बाजार प्रमुख सूचकांक और नीचे आ गए। नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 10,600 स्तर के नीचे बंद हुआ।
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 687.49 अंक या 1.93 प्रतिशत टूटा। वहीं एनएसई निफ्टी 210.10 अंक या 1.94 प्रतिशत नीचे आया। नौ मार्च को समाप्त सप्ताह के बाद यह सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। विदेशी संस्थागत कोषों की बिकवाली जारी रहने तथा वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल के दाम में तेजी से भी प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आयी।
कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा सरकार के सदन में कल बहुमत साबित करने को लेकर निवेशकों में संदेह की स्थिति है। उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक विधानसभा में शाम चार बजे बहुमत साबित करने को कहा है। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर खुला और कारोबारी सत्र के अधिकतर समय में गिरावट का रुख रहा। अंत में यह 300.82 अंक या 0.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,848.30 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले, पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स 407.59 अंक टूटा था। पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 86.30 अंक या 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,596.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,589.10 से 10,674.95 अंक के बीच रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”वैश्विक व्यापार को लेकर तनाव तथा रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा वैश्विक स्तर पर तेल के दाम में वृद्धि के कारण घरेलू स्तर पर वृहत आर्थिक संकेतकों को लेकर चिंता के बीच बाजार में गिरावट दर्ज की गयी। उन्होंने कहा, ”…रिजर्व बैंक रुपये में गिरावट को थामने के लिये कदम उठा सकता है और इससे बाजार को समर्थन मिल सकता है।
शेयर बाजारों में उपलब्ध अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने कल शुद्ध रूप से 830.94 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 428.92 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान बढ़ने से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का तिमाही परिणाम बेहतर नहीं रहने से उनके शेयरों में बिकवाली दबाव देखा गया। इलाहबाद बैंक, एसबीआई, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, सिंडिकेट बैंक, आंध्रा बैंक तथा यूनियन बैंक आफ इंडिया 4.67 प्रतिशत तक नीचे आये।
सेंसेक्स के शेयरों में एल एंड टी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। कंपनी का शेयर 3.54 प्रतिशत नीचे आया। उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा जो 3.21 प्रतिशत नीचे आया। नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में सन फार्मा, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, विप्रो, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडाणी पोट्र्स तथा एक्सिस बैंक शामिल हैं।
वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। सिंगापुर में 0.23 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि हांगकांग का हैंग सेंग 0.34 प्रतिशत मजबूत हुआ। जापान का निक्कई भी 0.40 प्रतिशत लाभ में रहा जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक 1.24 प्रतिशत मजबूत हुआ। वहीं ताइवान का बाजार 0.03 नीचे रहा। यूरोप में शुरूआती कारोबार में फ्रैंकफर्ट का डीएएक्स 0.12 प्रतिशत जबकि पेरिस सीएसी 0.28 प्रतिशत नीचे आया। लंदन भी 0.23 प्रतिशत नीचे आया।