बच्चों को भीख मांगने की कुप्रथा से आजाद करने के लिए दिल्ली के इंजीनियर आशीष शर्मा ने अनोखी पहल की है। पिछले साल अच्छी खासी नौकरी छोड़कर लोगों को जागरूक करने के लिए पैदल यात्रा पर निकल पड़े। सोमवार को आशीष ने एडीएम सिटी ओपी वर्मा से मुलाकात की। पिछले साल युवा इंजीनियर का दिल्ली में कुछ बच्चों को भीख मांगते देख दिल पसीज गया। इसके बाद इस कुप्रथा को खत्म कराने के लिए उन्होंने एक मुहिम छेड़ दी। पिछले साल 22 अगस्त को आशीष ने जम्मू के ऊद्यमपुर से जागरूकता पदयात्रा की शुरुआत की। करीब 9 महीने से आशीष 5 हजार किमी. की पैदल यात्रा कर चुका है। आशीष स्कूलों में जाकर स्टूडेंट को बच्चों को भीख न देने की शपथ दिलाते हैं। उनका मानना है कि अगर बच्चों की भीख न दी जाए तो आधी दिक्कत खुद ही दूर हो जाएगी। आशीष ने एडीएम सिटी से मुलाकात की। एडीएम सिटी समेत सभी अफसरों से आशीष ने भीख मांगने वालों बच्चों को सरकारी योजनाओं के जरिए मुख्य धारा में लाने में मदद करने की अपील की। आशीष ने बताया कि वह रोजाना 40 किमी रोजाना पदयात्रा करते हैं।
