भारत ने वांडरर्स स्टेडियम में खेले गए तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच के चौथे दिन शनिवार को मेजबान दक्षिण अफ्रीका को 63 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने इस मैदान पर अपने अपराजित क्रम को जारी रखा है और सीरीज में एक मैच जीतकर अपना सम्मान बचा लिया है। दक्षिण अफ्रीका हालांकि 2-1 से सीरीज अपने नाम करने में सफल रहा है।
भारत ने चौथी पारी में दक्षिण अफ्रीका के सामने 241 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे मेजबान टीम हासिल नहीं कर पाई और 73.2 ओवरों में 177 रनों पर ही ढेर हो गई।
उसके सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके। डीन एल्गर ने सबसे ज्यादा नाबाद 86 रन बनाए। हाशिम अमला ने 52 रनों की पारी खेली। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 119 रनों की साझेदारी की। वानोर्न फिलेंडर ने 10 रन बनाए।
भारत के लिए मोहम्मद शमी ने पांच विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा को दो-दो सफलताएं मिलीं। भुवनेश्वर कुमार को एक विकेट मिला।
भारत ने अपनी पहली पारी में 187 रन बनाए थे। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 194 रन बनाते हुए सात रनों की बढ़त ले ली थी भारत ने अपनी दूसरी पारी में 247 रन बनाते हुए मेजबान टीम के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था, जिसे वो हासिल नहीं कर पाई।
जोहांसबर्ग की न्यू वांडरर्स स्टेडियम की पिच को लेकर शुरू से विवाद चल रहा है। पहले दिन से ही इस पिच को बल्लेबाजों की कब्रगाह माना गया है। तीसरे दिन बारिश और असमान उछाल वाली इस पिच के चलते मैच समय से पहले रोकना पड़ गया था। नौबत यहां तक आ गई थी कि मैच रेफरी को फैसला लेना था कि मैच कराया जाए या रद्द घोषित कर दिया जाए।
दोनों टीमों के मैनेजमेंट ने मिलकर रेफरी से बात की और इसके बाद फैसला लिया गया कि मैच खेला जाएगा। भारत के पास ये टेस्ट जीतने का सुनहरा मौका है। मैच के तीसरे दिन जसप्रीत बुमराह की गेंद पर डीन एल्गर चोटिल हो गए थे। इसके बाद मैच रोक दिया गया था। दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 8.3 ओवर में एक विकेट पर 17 रन बना लिए थे।
मैच के तीसरे दिन असमान बाउंस की वजह से यहां की पिच पर बल्लेबाजी करते हुए खिलाड़ी चोटिल हुए थे। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 187 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। जिसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने भी साउथ अफ्रीका को 194 रनों पर ढेर कर दिया था।