पटना के अगमकुआं थाना इलाके से अपहरण किए गए नौंवी कक्षा के छात्र की हत्या कर दी गई। शुक्रवार को अगमकुंआ से ही एक श्रृंगार दुकान से बच्चे की लाश मिली है। रौनक (14) सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 9वीं कक्षा में पढ़ता था। गुरुवार को ही उसका स्कूल जाते समय अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता सुधीर कुमार प्रॉपर्टी डीलर हैं।
अपहरण की सूचना देने के बाद पुलिस ने गुरुवार की रात छापेमारी की थी। छापेमारी में 3 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी थी। इसके बाद उनकी निशानदेही पर बच्चे की लाश बरामद की गई है।
अगमकुआँ पुलिस ने बताया कि जिस दिन बच्चे का अपहरण किया गया उसी दिन हत्या कर दी गई। अपहर्ताओं को इस बात का डर था कि कहीं उनकी पहचान उजागर ना हो जाए।
प्रथम दृष्टया यह बात सामने आ रही है कि पड़ोस में रहने वाले कुछ लोग ही हत्या में शामिल हैं। बच्चे की लाश अगमकुआं में शुभम श्रृंगार दुकान से मिली। दुकान में ही लाश छुपाई गयी थी। हत्या के बाद अगमकुआं इलाके में लोग आक्रोशित हैं। परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस को तत्काल अपहरण की सूचना दी गई थी और यह भी बताया गया था कि अपहर्ताओं ने 25 लाख रुपए फिरौती की मांग की है इसके बावजूद पुलिस ने तत्काल एक्शन नहीं लिया। अगर तत्परता दिखाते हुए पुलिस अपहर्ताओं को पकड़ती तो रौनक की जान बच सकती थी।
क्या था मामला
अगमकुआँ कुम्रहार चकिया बैठक के समीप रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर सुधीर कुमार का बेटा रौनक कुमार गुरुवार को अपनी बहन के साथ न्यू बाईपास मरचा मरची स्थित स्कूल जाने के लिए बस पकड़ने जा रहा था उसी दौरान रौनक की बहन ने कहा उसकी एक कॉपी घर पर ही छूट गई है कॉपी लाने के लिए रौनक वापस घर जा रहा था। तभी बाइक सवार अपराधियों ने उसे उठा लिया।
अपहरण करने के तुरंत बाद अपराधियों ने सुबह 9:00 से 10:00 के बीच घरवालों को फोन किया और फिरौती की रकम मांगी। हालाँकि जब पुलिस को इस बात की सूचना दी गई तो पुलिस ने फिरौती की बात से इंकार किया था।
इससे पहले भी राजधानी में गोलू हत्याकांड से बवाल मचा था। आठ साल पहले अपहृत आकाश का आज तक पता नहीं चला।