शासन प्रसाशन के तमाम प्रयासों के बावजूद खैराबाद क्षेत्र में आदमखोर कुत्तों का आतंक नहीं थम रहा है। सोमवार को अलग-अलग तीन स्थानों पर कुत्तों के हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया। साथ ही एक नीलगाय की मौत हो गई।
खैराबाद थानाक्षेत्र के कोडरी गांव में सुबह कुत्तों के झुंड ने बकरियों पर हमला बोल दिया। बचाने के लिए दौड़े ग्रामीण साबिर को भी कुत्तों ने नोचकर घायल कर दिया। मानपुर थाना के बन्नीपुर गांव में कुत्तों ने बकरियों पर हमला किया। पुलिस ने हवाई फायर करके कुत्तों को भगाया। खैराबाद थाना क्षेत्र के महेशपुर गांव में सोमवार को दोबारा आदमखोर कुत्तों ने हमला बोला दिया। गांव से सटी सरायन नदी के किनारे नीलगाय को नोच कर मार डाला। कुत्तों के हमलों के भय से ग्रामीण खौफजदा और आक्रोशित हैं।
इससे पहले रविवार को यहां खैराबाद थाना क्षेत्र के महेशपुर गांव में रविवार सुबह आदमखोर बन चुके कुत्तों ने 12 वर्षीय रीना को नोच कर मार डाला। कुत्तों की शिकार बनी यह 13वीं मासूम है। इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। नाराज ग्रामीणों ने बच्ची का शव रखकर सीतापुर-लखनऊ हाईवे जाम करने का भी प्रयास किया।
ग्रामीण कर रहे हैं लगातार विरोध
घटना की सूचना मिलने के बाद सदर विधायक राकेश राठौर और एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन को कुत्तों के आतंक से निजात न दिला पाने का जिम्मेदार ठहराते हुए खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी। इसके बाद बच्ची का शव लेकर सैकड़ों ग्रामीण लखनऊ-सीतापुर हाईवे जाम करने के लिए चल दिए। रास्ते में कई जगह पुलिस ने ग्रामीणों को रोकने प्रयास किया, लेकिन हुजूम के आगे पुलिस की एक न चली।
हाईवे के निकट आते ही पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ना शुरू कर दिया। पुलिस की कार्रवाई से नाराज भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस बल प्रयोग करके भीड़ को खदेड़ते हुए नजदीकी गांव धनीपुर ले गई। गांव की गलियों में भीड़ तितर-बितर हो गई। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में भी लिया है।
आदमखोरों का आतंक
100 से ज्यादा बच्चे सीतापुर में कुत्तों के हमले से बुरी तरह घायल हो चुके हैं। वहीं आदमखोर कुत्तों के हमले के कारण 13 बच्चों की अब तक मौत हो चुकी है।