केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने उन राज्यों को आड़े हाथों लिया जिनका प्रदर्शन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत अच्छा नहीं रहा है। मेनका ने कहा कि बिहार व कश्मीर इस मामले में पिछड़े हुए हैं। जबकि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना को अच्छे तरीके से लागू किया है। महिला व बाल विकास मंत्रीने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत कम लिंगानुपात वाले 244 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक में यह टिप्पणी की।
जीरो से बने हीरो
उन्होंने कहा , हरियाणा , राजस्थान और पंजाब ने अबतक अच्छा काम किया है। पहले इन राज्यों में स्थिति बहुत खराब थी। उन्होंने जीरो से हीरो तक का सफर तय किया है। ये पुरुष प्रभुत्व वाले राज्य हैं जहां पितृसत्तात्मक व्यवस्था है। चाहे हरियाणा में खाप की समस्या हो या पंजाब में तंदूरी चिकन की संस्कृति हो।
इसलिए यहां सफलता नहीं
मंत्री ने कश्मीर के बारे में कहा, जब कोई राज्य या उसके लोग यह महसूस करते हैं कि वे युद्ध में हैं या वहां युद्ध का माहौल महसूस होता है तो वे आमतौर पर बेटियों को जन्म देने में संकोच करते हैं। मेनका ने कहा कि बिहार में अभियान असफल हुआ है क्योंकि कोष कभी जिलों में नहीं पहुंचा। कई मामलों में जिलाधिकारियों का जल्दी-जल्दी तबादला भी इसकी वजह रहा।
मेनका गांधी ने कहा कि राजस्थान में गर्भाधान पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत सख्ती की गई है लेकिन कुछ लोग मध्य प्रदेश चले जाते हैं और वहां अल्ट्रासाउंड कराके बच्ची होने पर गर्भपात करा देते हैं।