रीयल्टी और आईटी शेयरों में बिकवाली की वजह से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में पिछले चार दिनों से जारी तेजी का सिलसिला थम गया। बंबई शेयर (बीएसई) का सेंसेक्स 73 अंक टूटकर 35,103 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 38 अंक की गिरावट के साथ 10,690 अंक पर बंद हुआ।
इन शेयरों में तगड़ा नुकसान
बीएसई के अधिकांश समूहों में बिकवाली हुई। रीयलटी में सबसे अधिक 1.79 प्रतिशत का नुकसान हुआ। वहीं आईटी 1.62 प्रतिशत और सीजी 1.60 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुए। जबकि टेक 1.39 प्रतिशत, इंडस्ट्रीयल 1.30 प्रतिशत और एफएमसीजी 114 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे अधिक नुकसान वाले शेयरों में शामिल रहे। हालांकि, बाजार में गिरावट के बावजूद कुछ क्षेत्रों के शेयर लाभ के साथ बंद हुए। इनमें धातु 0.80 प्रतिशत, बैंकिंग 0.22 प्रतिशत और यूटिलिटी 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ मुनाफा देने वाले शेयरों में शामिल रहे।
इस वजह से भी लुढ़का बाजार
बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी कोषों की सतत निकासी तथा इंटरग्लोब एविएशन तथा कुछ अन्य कंपनियों के उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजों से भी निवेशकों ने सतर्कता बरती। उन्होंने कहा कि निवेशकों की निगाह बीजिंग में गुरुवार को चीन और अमेरिका के बीच होने वाली उच्चस्तरीय वार्ता पर लगी है। इसका भी घरेलू बाजार की धारणा पर असर पड़ा।
सेंसेक्स ने शुरुआती बढ़त गंवाई
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूत रुख के साथ खुला। लेकिन यह जल्द नकारात्मक दायरे में आ गया। एक समय सेंसेक्स 35,020 अंक के निचले स्तर तक आने के बाद अंत में 0.21 प्रतिशत के नुकसान के साथ बंद हुआ। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 675 अंक चढ़ा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10,700 अंक के स्तर से नीचे आया और अंत में 0.36 प्रतिशत के नुकसान के साथ बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,720 से 10,647 अंक के दायरे में रहा। इस बीच , शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक कल शुद्ध रूप से 525.93 करोड़ रुपये के बिकवाल रहे। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 165.84 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की।