प्रीमियम ट्रेनों में यात्रियों को पॉलीमर प्लेटों की बजाए जल्द पर्यावरण अनुकूल डिस्पोजेबल प्लेटों में खाना परोसा जाएगा। प्रयोग के आधार पर यह कवायद सियालदह राजधानी में शुरू की गई है। इसमें यात्रियों को पर्यावरण अनुकूल प्लेटों में खाना परोसा गया। बगास से इन प्लेटों का निर्माण किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘यह जैविक रूप से अपघटित होने वाली प्लेट होगी। इन प्लेटों को बनाने में गन्ना पेराई के बाद बचे डंठल या बगास का इस्तेमाल होता है। इसका सुरक्षित तरीके से निपटारा हो सकेगा। हम पर्यावरण हितैषी कदम उठा रहे हैं, साथ ही यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि यात्रियों को हर बार नई प्लेट मिले।
प्लेटों को साफ करने और धोने या गंदे प्लेटों की भी शिकायतें नहीं रहेगी। अधिकारी ने कहा कि प्रयोग सफल होने के बाद इसे सभी ट्रेनों में लागू किया जाएगा जहां पर खाना परोसा जाता है। अधिकारी ने कहा कि बगास से बना पात्र या डिब्बा ठोस होता है और यह वजन भी सह सकता है। हालांकि एक प्लेट की कीमत चार से आठ रूपये तक हो सकती है जबकि प्लास्टिक से निर्मित प्लेट की कीमत एक से पांच रूपये तक ही होती है।