अमेरिका के पूर्व नौसेना अधिकारी रॉबर्ट ओ नील ने कहा है कि अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के एबटाबाद परिसर में छापा मारने वाले कमांडो ने पहले यह मान लिया था कि वे इस छापे के दौरान मारे जाएंगे।
यहां तक कि इस मिशन के लिए निकलने से पहले इन कमांडो ने अपने परिवारवालों को अलविदा भी कह दिया था।
पूर्व नौसेना अधिकारी रॉबर्ट ओ नील का दावा है कि उनकी गोली से ओसामा बिन लादेन की मौत हुई थी। दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी ओसामा अमेरिकी नौसेना सील की एक टीम के छापे के दौरान पाकिस्तान के एबटाबाद में दो मई 2011 को मारा गया था।
नौसेना सील टीम सिक्स में सेवा देनेवाले ओ नील ने बताया कि एक अद्भुत टीम का इस मिशन में हिस्सा होना बेहद ही गर्व की बात थी।
एबटाबाद मिशन की सातवीं वर्षगांठ के मौके पर फाक्स न्यूज से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “हमने स्वीकार कर लिया था। हमने अपने बच्चों को अलविदा कह दिया था। यह गर्व की बात थी। मुझे अपने कमांडो पर गर्व है।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मिशन समाप्त करके जब वह और उनकी टीम हवाई मार्ग से रवाना हुए तब जाकर उन्हें महसूस हुआ कि वह जिंदा बच गए हैं।