देश के सात राज्यों में आए तूफान और बारिश की वजह से अब तक 83 लोगों की मौत हो गई। राजस्थान के कुछ हिस्सों में कल रात आई तेज आंधी में 27 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हो गये। वहीं उत्तर प्रदेश में अब तक 42 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश और आंधी की वजह से 14 लोगों की जान चली गई और पांच लोग लापता हो गए। उधर पश्चिम बंगाल में बिजली और दीवार गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग जख्मी हो गए।
आपदा प्रबंधन और राहत सचिव हेमंत कुमार गेरा ने बताया कि राजस्थान में प्रदेश के मत्स्य क्षेत्र में कल रात आई तेज आंधी में कई मकान ढह गए और बिजली के कई खंबे तथा पेड़ उखड़ गये जिससे कारण कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये। उन्होंने बताया कि तेज आंधी ने मुख्य रूप से तीन जिलों को प्रभावित किया। इसके कारण प्रदेश के भरतपुर में 12 लोगों की, धौलपुर में 10 लोगों की और अलवर में पांच लोगों की मौत हो गई।
गेरा ने बताया कि तेज आंधी के कारण अलवर में 20 लोग, भरतपुर में 32 लोग और धौलपुर में 50 लोग घायल हो गये। घायलों में कुछ का उपचार जारी है जबकि अन्य लोगों को घर भेज दिया गया है। धौलपुर में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसे जयपुर रैफर किया गया है
यूपी में 44 की मौत
आपदा प्रबंधन विभाग ने पश्चिमी यूपी के 6 जिलों में 44 लोगों के मौत की पुष्टि की है। इनमें से 36 लोगों की मौत अकेले आगरा में हुई है। इसके अलावा बिजनौर में 3, सहारनपुर में 2, चित्रकूट, रायबेरली और बरेली में 1-1 व्यक्ति की मौत तूफान की चपेट में आने से हो गई। वहीं कानपुर देहात में भी दो लोगों की मौत की खबर है। उधर, यूपी के राजस्व और राहत आयुक्त संजय कुमार ने कहा है कि मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है।
आंध्र प्रदेश में 14 की मौत
आंध्र प्रदेश में बिजली चमकने और तूफान की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस की पुष्टि करते हुए बताया कि यहां 11 जिलों में बिजली गिरी है। प्राधिकरण ने ये आंकड़े बुधवार शाम 7.30 बजे से रात 11.40 तक के हैं।
इसके अलावा यहां कई केला, आम के पेड़ गिर गए। इसके अलावा हजारों एकड़ में लगी धान की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है।
भरतपुर जिले में उच्चैन के पास कुरका गांव में मकान गिरने से तीन लोग दबकर मर गए। भरतपुर के कुम्हेर गेट के पास मकान के मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। भरतपुर जिले में तेज हवाओं ने ताड़व सा मचा दिया जिससे बिजली के पोल तथा पेड़ों के गिरने से अंधेरा छा गया
बसेडी में भी कई कच्चे झौंपडे जलकर राख हो गए। झुंझुनू जिले के खेतड़ी में निमार्णाधीन मकान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए। अलवर में पेड़ गिरने से एक बालिका सहित तीन लोगों की मौत हो गई। जयपुर सहित लगभग सभी स्थानों पर अंधड का असर रहा। राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी पेड़ों के सड़क पर आने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर धूलभरी आंधी के साथ हल्की वर्षा भी हुई।
दिल्ली में गर्मी से राहत
देश की राजधानी दिल्ली में भी धूल भरी आंधी के बाद भारी बारिश हुई। जिसकी वजह से तापमान में गिरावट आयी और लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली, लेकिन शहर के विभिन्न भागों में जाम भी लग गया। मौसम विभाग ने कहा कि शाम पौने पांच बजे शहर में तेज हवाएं चलीं जिसकी रफ्तार 59 किलोमीटर प्रति घंटा थी। संसद मार्ग , लाजपत नगर और द्वारका समेत शहर के कुछ हिस्सों में बारिश शाम 7.40 बजे शुरू हुई। शहर में अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया।