उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में दुदुई रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार सुबह मानव रहित क्रासिंग पर स्कूली बच्चों से भरी वैन पैसेंजर ट्रेन से टकरा गई। इस हादसे में 13 बच्चों की मौत हो गई जबकि आठ अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही। सीएम ने मृत बच्चों के परिजनों को दो-दो लाख रूपये की सहायता देने की घोषणा की है।
हादसे में घायल बच्चों को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। बच्चों को घटनास्थल से गोरखपुर लाने के लिए 100 किमी ट्रैफिक खाली कराया गया। आनन-फानन में हाईवे के सभी थानेदारों को तैनात कर दिया गया। चौकी इंजार्ज और सिपाही भी जगह-जगह खड़े कर दिए गए। एक जगह से घायलों के पास होने के बाद अगली जगह की लोकेशन सभी एक दूसरे को बता रहे थे। इस कारण काफी कम समय में कुशीनगर से गोरखपुर पहुंचा दिए गए घायल बच्चे।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी मृतक बच्चों के परिजनों को रेलवे की ओर से दो-दो लाख रूपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। हादसे के बाद से स्कूल का मैनेजर और प्रिंसिपल फरार हो गए हैं।
रेलवे प्रवक्ता वेद प्रकाश ने बताया कि बच्चे डिवाइन पब्लिक स्कूल के छात्र थे। वैन सीवान से गोरखपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन (55075) से टकराई। अधिकारियों ने बताया कि पहले हादसे में वैन चालक के मारे जाने की सूचना थी, लेकिन वह जीवित है और उसका इलाज चल रहा है। रेलवे प्रवक्ता के मुताबिक वैन में 10 साल की उम्र तक के करीब 20 बच्चे सवार थे, जो स्कूल जा रहे थे।
उत्तर पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने इस हादसे पर कहा कि हादसा सुबह लगभग सवा सात बजे विशनुपुरा थानाक्षेत्र के दुदुई रेलवे स्टेशन के पास मानव रहित क्रासिंग पर हुआ। उन्होंने बताया कि क्रासिंग संख्या-45 पर ‘क्रासिंग मित्र’ तैनात था जिसने वैन ड्राइवर को रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं रूका और क्रासिंग पार करने की कोशिश की। लेकिन शायद वैन बीच पटरी पर अचानक पहुंच कर बंद हो गई और यह हादसा हो गया।
इस बीच लखनऊ में प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी के मुताबिक दुर्घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है।