मुंबई के एक फोटोग्राफर के बनाए गए यूट्यूब वीडियो ने मणिपुर के एक परिवार को खोए हुए परिवार के सदस्य से मिलने वाले हैं। इसका श्रेय जाता मुम्बई के फोटोग्राफर फिरोज शाकिर को। खोमदरम एक दिहाड़ी मजदूर हैं और इंफाल के रहने वाले हैं। 40 साल पहले 1978 में ये अपने घर से चले गए थे। इनके परिवार को बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि खोमदान कहां गए। परिवार ने इन्हें बहुत ढूंढा लेकिन ये नहीं मिले।
ऐसा बताया जा रहा है कि खोमदरम मानसिक रुप से परेशान थे। यह भी बताया जा रहा है कि वो मणिपुर राइफल्स के एक जवान भी रह चुके हैं। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक मुंबई के एक फोटोग्राफर फिरोज को एक दिन ये अचानक सड़क पर गाना गाते मिले। फिरोज ने उनका वीडियो पिछले साल 17 अक्टूबर को यूट्यूब पर अपलोड कर दिया। यूट्यूब पर ब्राउजिंग करते हुए ये वीडियो अरुणाचल प्रदेश के एक प्रोफेसर ने देखा और खोमदरम को पहचान लिया।
सोशल मीडिया के जरिए किसी तरह वो वीडियो उनके परिवार तक पहुंचा। उनके परिवार के एक सदस्य का कहना है कि जब मैंने उनका वीडियो देखा तो मुझे मेरी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ, हमने तो उनके जिंदा होने की सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं। उनके भाई से मिलवाने के लिए सभी ने पैसे इकट्ठे करवाए और फ्लाइट की टिकट कराई।