भारतीय बैडमिंटन टीम के प्रमुख कोच पुलेला गोपीचंद ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर संतुष्टि जाहिर की और कहा कि वह गोल्ड कोस्ट में अपने खिलाड़ियों के खेल से खुश हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने इस बार कुल खिलाड़ी 10 (5 महिला और 5 पुरुष) उतारे थे। भारत ने बैडमिंटन में कुल छह पदक जीते। भारत के लिए सायना नेहवाल ने महिला एकल में स्वर्ण जीता जबकि मिश्रित टीम स्पर्धा में भी भारत को एक स्वर्ण प्राप्त हुआ। इसके अलावा भारत को तीन रजत भी मिले।
पुरुष युगल में सात्विक रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने रजत जीता जबकि पुरुष एकल में किंदाम्बी श्रीकांत फाइनल में हार गए। महिला एकल में पीवी सिंधु ने भी रजत जीता जबकि एन. सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य जीता।
गोपीचंद ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सभी टीमों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। यदि आप विभिन्न स्पर्धा को देखें तो सभी खिलाड़ियों ने अपना बढ़िया प्रदर्शन दिया। सायना, सिंधु और श्रीकांत फाइनल में पहुंचे।’
कोच ने कहा, ‘एन. सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य जीता। इसके अलावा पुरुष युगल में सात्विक रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने रजत जीता।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन दूसरी तरफ आप देखें तो एचएस प्रणॉय खिताब से चूक गए। हम इससे भी अच्छा कर सकते थे। टीम चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतना मेरे लिए बड़ी बात रही। इस तरह के प्रारूप में मलेशिया को भी हराना हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। उम्मीद है आगे हम और पदक जीतेंगे।’