वैश्विक स्तर से मिले कमजोर संकेतों के बावजूद आईटी, धातु, टेक और उपभोक्ता उत्पाद (सीडी) समूह में हुई लिवाली के दम पर सोमवार को शेयर बाजार में लगातार पांचवे दिन तेजी दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 60 अंक की बढ़त के साथ 33,940 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 15 अंक की तेजी के साथ 10,417 अंक पर बंद हुआ।
छोटे शेयर भी चमके
दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी कंपनियों में भी लिवाली रही। बीएसई का मिडकैप 0.19 फीसदी यानी 31 अंक बढ़कर 16,621 अंक पर बंद हुआ। जबकि स्मॉलकैप 0.20 फीसदी यानी 35 अंक की तेजी में 17,983 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,833 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 132 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। जबकि 1,506 में गिरावट और 1,195 में तेजी रही। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार घरेलू संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 653.65 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 684.99 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
महंगाई के आंकड़ों पर नजर
शेयर बाजार में दिन भर उतार-चढाव रहा। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने से निवेशकों का उत्साह कम रहा लेकिन कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणाम की उम्मीद के कारण कारोबारी धारणा कुल मिलाकर सकारात्मक रही। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार घरेलू संस्थागत निवेशकों की सतत लिवाली तथा अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट में मंगलवार की तेजी के बाद एशिया के अन्य बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच घरेलू बाजार में मजबूती रही। उन्होंने कहा कि निवेशकों की नजर खुदरा मुद्रास्फीति तथा औद्योगिक उत्पादन आंकड़ों पर है। ये आंकड़े गुरुवार को जारी किए जाएंगे। इसके अलावा कंपनियों के शुक्रवार से आने वाले वित्तीय परिणाम पर भी उनकी निगाह टिकी है।