प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को कहा कि अपने लोगों और क्षेत्र की सुरक्षा खातिर सेना के जवानों को हथियारों से लैस करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने रक्षा उत्पादन और उसकी खरीद प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाया है।
चेन्नई के पास तिरूविदंती में डिफेंस एक्सपो 2021 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- “भारत ने बड़ी संख्या में दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र शांतिदल के रूप में भेजा है। हमारा शांति को संकल्प ठीक वैसे ही मजबूत है जैसा देश के लोग और क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर निश्चय।” उन्होंने कहा- “इसके लिए स्वतंत्र रूप से डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉम्प्लैक्स की स्थापना के साथ हम सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं ताकि सेना के जवानों को हथियारों से लैस किया जा सके।”
डिफेंस एक्सपो 2021 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यहां पर करीब 500 से ज्यादा कंपनियों और 150 से ज्यादा विदेशी कंपनियों को देखकर उन्हें काफी खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि यहां पर करीब 40 से ज्यादा आधिकारिक तौर पर प्रतिनिधिमंडल भेजे गए हैं।
रक्षा खरीद को लेकर लिए लिए बड़े निर्णय
डिफेंस एक्सपो में रक्षा साजो सामान की खरीद में लेट लतीफी को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आप याद करिए लड़ाकू विमानों की खरीद की लंबी प्रक्रिया को जो कभी अपने अंजाम तक नहीं पहुंची। हमने अपनी फौरन जरूरतों को देकते हुए ना सिर्फ बड़े निर्णय लिए बल्कि 110 नए लड़ाकू विमानों की खरीद की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
लेटलतीफी का अंजाम हमने देखा है
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक समय था जब नीतियों के चलते महत्वपूर्ण रक्षा तैयारियों में रूकावट आती थी। उन्होंने देखा कि लेटलतीफी, अक्षमता और कुछ छिपे स्वार्थों के चलते हुए नुकसान को देखा है। ये अब नहीं है और फिर से दोबारा कभी नहीं होगा।
उधर, इस मौके पर रक्षामंत्री निर्मला सीता रमन ने कहा कि यहां की प्रदर्शनी में 50 फीसदी से ज्यादा का उत्पादन भारतीय उत्पादकों ने किया है। इनमें से ज्यादातर छोटे और मध्यम उद्योग के हैं। इस बार इस वर्ष डिफेंस एक्सपो की थीम है ‘भारत-उभरता रक्षा विनिर्माण हब’। इस दौरान रक्षा प्रणालियों और इनके कलपुर्जो के निर्यात में भारत की क्षमता को दर्शाया जाएगा। आपको बता दें कि पीएम मोदी के चेन्नई दौरे के दौरान भी उनका विपक्ष के खिलाफ उपवास जारी है।
हालांकि, पीएम के चेन्नई पहुंचते ही कुछ प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाए। प्रधानमंत्री के इस दौरे का कई संगठन विरोध भी कर रहे हैं। इनमें तमिल आर्ट्स एंड कल्चर फोरम, MDMK नेता वाइको, TVK नेता वेलमुरुगन के अलावा डीएमके नेता भी शामिल होंगे। सभी संगठन कावेरी मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।