ग्लास्गो में भारत को पहला मेडल दिलाने वाली संजीता चानू ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी निराश नहीं किया। 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के दूसरे दिन संजीता ने महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में 192 किग्रा का वजन उठाकर गोल्ड अपने नाम किया। संजीता के बारे में कई ऐसी बातें जो शायद ही आप जानते होंगे।
संजीता वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू को भी एक बार मात दे चुकी हैं। ग्लास्गो में भी संजीता ने गोल्ड मेडल ही जीता था और इस बार भी गोल्ड ही अपने नाम किया।
एक नजर उनसे जुड़े UNKNOWN FACTS पर…
1- संजीता मणिपुर की हैं। मीराबाई की तरह संजीता की भी आदर्श कुंजारानी देवी ही हैं।
2- भारतीय रेलवे की कर्मचारी संजीता स्वभाव से शर्मीली हैं, लेकिन जब वो मैदान पर उतरती हैं तो उनका दूसरा ही रूप देखने को मिलता है।
3- महज 20 साल की उम्र में संजीता ने 48 किग्रा वर्ग में 173 किग्रा वजन उठाकर ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।
आगे की स्लाइड में जानें कब मीराबाई को हराया था चानू ने…
4- संजीता ने जब ग्लास्गो में गोल्ड मेडल जीता था, तब मीराबाई के खाते में सिल्वर मेडल आया था। वो पहले 48 किग्रा वर्ग में खेलती थीं, लेकिन अब 53 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेने लगी हैं।
5- 2017 में उनका नाम अर्जुन अवॉर्ड की लिस्ट में शामिल नहीं था, जिसके बाद वो कोर्ट भी पहुंच गई थीं। हालांकि उन्हें उसके बावजूद अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिला था।