वीडियोकॉन कर्ज विवाद

वीडियोकॉन कर्ज विवाद

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को कहा कि 2012 में वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज देने के मामले में उसने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर से पूछताछ की है।  सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि मामले में कुछ स्पष्टीकरण के लिए हमने राजीव कोचर को पूछताछ के लिए बुलाया था।

एजेंसी ने वीडियोकॉन समूह के अधिकारी और चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और अन्य के खिलाफ एक प्रारंभिक जांच (पीआई) दर्ज की है। यह जांच इसलिए हो रही है कि क्या 2012 में आईसीआईसीआई द्वारा वीडियोकॉन समूह को कर्ज मंजूरी देने में किसी तरह की गड़बड़ी हुई थी?  चंदा कोचर का नाम पीई में दर्ज नहीं नहीं किया गया है।  चंदा इस मुद्दे पर हितों के टकराव के सवाल का सामना कर रही हैं।

यह पीई वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत द्वारा दीपक कोचर के साथ संयुक्त रूप से एक फर्म को 64 करोड़ रुपये बतौर ऋण देने के बाद समाचार रिपोर्टों में उठे सवालों के आधार पर दर्ज की गई है। वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का ऋण मिलने के छह महीने बाद यह 64 करोड़ का कर्ज दिया गया था।  यह 3,250 करोड़ की राशि वीडियोकॉन को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अध्यक्षता वाले 2० बैंकों के एक कंसोर्टियम से प्राप्त 4० हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा बताई जा रही है।

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