आतंकी संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के तहत रविवार को दक्षिण कश्मीर में तीन जगहों पर लगभग एक साथ शुरू किए गए अभियान में 12 आतंकवादियों को मार गिराया गया जबकि सेना के तीन जवान शहीद हो गये और चार आम लोगों को भी जान गंवानी पड़ी। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के इस अभियान के कारण हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों को करारा झटका लगा है।
एसपी वैद्य ने बताया, ‘मुठभेड़ खत्म हो चुकी है। शोपियां मुठभेड़ स्थल से दो और आतंकियों का शव बरामद किया गया है। एनकाउंटर में सभी 13 आतंकी मार गिराए गए हैं। इसमें तीन जवान भी शहीद हो गए और एक आतंकी को जिंदा पकड़ा गया है। मुठभेड़ वाली जगह के पास पत्थरबाजी करने पर 4 नागरिकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी।’
अवंतिपुरा के विक्टर फोर्स मुख्यालय में आनन-फानन में बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में जम्मू- कश्मीर के पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) एस पी वैद्य ने कहा कि कश्मीर घाटी में हाल में आतंकवादी समूहों के खिलाफ यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। अधिकारियों ने बताया कि शोपियां के काचदुरू में अभियान में सेना के तीन जवान शहीद हो गये। उन्होंने बताया कि मलबे से अब तक आतंकवादियों के तीन शव बरामद किये गये है। अधिकारियों ने बताया कि काचदुरू में अभियान समाप्त हो गया है और सुरक्षाकर्मी सोमवार को फिर से मलबे में खोजबीन शुरू करेंगे।
इससे पूर्व अवंतिपुरा में विक्टर फोर्स मुख्यालय में बुलाये गये एक संवाददाता सम्मेलन में 15वीं कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट ने इसे हाल के समय में सबसे बड़ा अभियान करार दिया और कहा कि लेफ्टिनेंट उमर फय्याज का बदला ले लिया गया है। पिछले साल शोपियां में फय्याज की निर्मम हत्या कर दी गई थी। भट्ट ने कहा, ‘मारे गए आतंकवादियों में इश्फाक मलिक और रईस ठोकर शामिल हैं। उनकी मौत के लिए वे जिम्मेदार थे।’ पिछले साल मई में आतंकवादियों ने फय्याज (22) की हत्या कर दी थी। दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के हरमैन इलाके में उनका शव बरामद किया गया था जिस पर गोलियों से हुए जख्म के निशान थे।
डीजीपी ने एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक( एसएसपी) के प्रयास का भी जिक्र किया। दायलगाम मुठभेड़ के दौरान एसएसपी ने एक आतंकवादी को आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘मैं दायलगाम मुठभेड़ का खास जिक्र करना चाहूंगा जहां हमारे एसएसपी ने एक विशेष प्रयास किया, जैसा दुनिया में कहीं भी सुनने को नहीं मिलता है। उन्होंने (एसएसपी ने) एक आतंकवादी के परिजन को फोन किया। उन्होंने उससे 30 मिनट तक बात की, ताकि उसे आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया जा सके। दुर्भाग्यवश, उसने अपने परिजन की सलाह नहीं मानी। बातचीत के दौरान जिला एसएसपी ने उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस के पास पलटवार करने के सिवाय और कोई चारा नहीं था। वह मारा गया। एक अन्य जीवित पकड़ा गया।’
काचदुरू में चल रही मुठभेड़ पर डीजीपी ने कहा कि वहां चार- पांच आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना थी, लेकिन” हम मलबे के साफ होने के बाद ही सही तस्वीर बता पाएंगे। प्रमुख ने बताया कि शोपियां जिले के द्रगाद में हुई मुठभेड़ में एक और काचदुरू में एक आम नागरिक की मौत हो गई। काचदुरू में मुइभेड़ की जगह पर हिंसा भड़क उठी जिसमें25 आम लोग पेलेट से जख्मी हुए जबकि छह अन्य को गोलियां लगी। डीजीपी ने कहा कि द्रगाद में हुई मुठभेड़ में मारे गए सभी सात आतंकवादी स्थानीय निवासी थे और उनके परिवारों ने उनके शव मांगे हैं।
सीआरपीएफ के महानिरीक्षक (आईजी) जुल्फीकार हसन ने बताया कि शोपियां में मुठभेड़ की जगह पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने कहा, ‘अभियान नहीं रुकेंगे और यदि उन्होंने आतंकवाद निरोधक अभियानों में जवानों पर पत्थर फेंकने बंद नहीं किए तो हमें सभी आक्रामक उपाय करने होंगे।’ डीजीपी ने कहा कि नौजवानों को इस तरह मरते देखना दुखद है।