तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस से सहयोग मांगा है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को जीत की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस मजबूत है। हम चाहते हैं कि उसकी जीत हो। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती का गठबंधन जीतें और बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी की जीत हो।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से करीब आधे घंटे की मुलाकात के बाद ममता ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों पर बात हुई है। हम सभी को एकजुट होकर भाजपा से मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र को खत्म करने की लगातार कोशिश की जा रही है। भाजपा को देश की राजनीति से जाना चाहिए। केंद्र सरकार जनता के लिए कोई काम नहीं कर रही है। हम चाहते हैं कि इस मुहिम में कांग्रेस भी साथ दे।
इससे पहले तृणमूल प्रमुख ने भाजपा से नाराज चल रहे नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और शत्रुघ्न सिन्हा से मुलाकात की। ममता से मुलाकात के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने उनकी खुलकर तारीफ की। सिन्हा ने कहा कि वह देशहित में सराहनीय काम कर रही हैं। यशवंत सिन्हा ने भी ममता बनर्जी के प्रयासों को देश की रक्षा के लिए संघर्ष बताते हुए कहा कि उनके लिए पार्टी से पहले देश है। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ममता से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पिछले दो दिनों से अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं। मंगलवार को उन्होंने शिवसेना, टीडीपी, टीआरएस, बीजेडी, सपा, बसपा, राजद और एनसीपी के नेताओं से मुलाकात की थी। ताकि, भाजपा के खिलाफ सभी को एकजुट किया जा सके।
ममता के बाद अब नायडू आएंगे दिल्ली
अगले हफ्ते आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्र बाबू नायडू भी दिल्ली आएंगे। वह गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेसी मोर्चा बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रीय दलों को एक मंच पर लाने की मुहिम शुरू करेगे। नायडू का 2 अप्रैल को दिल्ली आने का कार्यक्रम है। इस यात्रा के दौरान वह नए एजेंसी के गठन के बारे में विचार विमर्श करेंगे। नायडू ने करीब ढ़ाई दशक पहले संयुक्त मोर्चा बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके मोर्चा ने केंद्र में दो बार सरकार चलाई।