बुढ़मू के चकमे गांव में मंगलवार को निकली कलश यात्रा का रास्ता बदलने का आदेश एसडीओ अंजलि यादव ने दिया। इसके बाद वहां हंगामा हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। आंसू गैस और पानी की बौछारें करनी पड़ी। इससे कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
घटना के संबंध में ग्रामीणों ने कहा कि चकमे में सुबह सात बजे कलश यात्रा में शामिल होने के लिए सैकड़ों महिलाएं मंदिर में पहुंच गई थीं। कलश यात्रा का रूट पहले से निर्धारित था। इसके बाद भी गांव में दूसरे पक्ष के लोगों ने निर्धारित रास्ते से कलश यात्रा नहीं ले जाने को कहा।
इसके बाद मंदिर में एसडीओ अंजलि यादव ने सभी महिलाओं को उस रास्ते से जाने के लिए मना कर दिया। एसडीओ का कहना था कि कलश यात्रा विवादित रास्ते से निकलेगी, तो माहौल बिगड़ सकता है। रास्ते बदलने के निर्देश के बाद महिलाओं और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बहस होने लगी। लगभग 11 बजे कांके विधायक जीतूचरण राम, जिला परिषद की उपाध्यक्षा पार्वती देवी, भाजपा नेता सुरेन्द्रनाथ पांडे, प्रमुख सुमन पाहन समेत कई लोगों ने एसडीओ से बातचीत की। उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से कलश यात्रा निकालने की बात कही। एसडीओ ने कहा कि 51 महिलाओं को विवादित रास्ते से जाने दिया जाएगा। इनके अलावा और कोई नहीं जा सकता है।
केस की धमकी के बाद बढ़ी बात
कलश यात्रा में शामिल महिलाएं सुबह से उपवास में थीं। उनका कहना था कि रास्ता बदलने से उनकी दूरी बढ़ जाएगी। उपवास में रहने के बाद कारण परेशानी होगी। एसडीओ ने किसी की बात नहीं सुनी। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि हर तरफ सीसीटीवी कैमरे हैं, जो हंगामा करता पकड़ा जाएगा, उसपर केस दर्ज किया जाएगा। इसके बाद उग्र लोग एसडीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। साथ ही एसडीओ को हटाने की मांग भी की। मामला बढ़ता देख उपायुक्त राय महिमापत रे, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी और ग्रामीण एसपी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। घटना के बाद इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यज्ञ की समाप्ति तक फोर्स यहां तैनात रहेगी।
नारेबाजी करने पर पुलिस ने भांजीं लाठियां
कलश यात्रा में शामिल महिलाएं और यज्ञ समिति के लोग बैरिकेडिंग के पास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे, इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद भीड़ हट गई। कुछ देर के बाद समिति के अध्यक्ष मनोज समेत सैकड़ों महिलाएं वहीं धरने पर बैठकर एसडीओ को हटाने की मांग करने लगे। विधायक ने उन्हें आश्वासन दिया, तब लोग शांत हुए और रास्ते से हटे।
महिलाओं ने पूरी की कलश यात्रा
विधायक से आश्वासन पर महिलाओं ने प्रशासन के सामने बैरिकेडिंग तोड़ दी। कलश यात्रा में 3100 महिलाएं शामिल हुई थीं। महिलाओं ने बुढ़मू नदी से जल ग्रहण किया और शाम चार बजे मंदिर पहुंच कर कलश यात्रा पूरी की। विवाद होने के बाद बुढ़मू में सभी दुकानें बंद हो गई थीं।