शापिंग मॉल में आग से 64 जिंदगी खाक, मरने वालों में 11 बच्चे शामिल

शापिंग मॉल में आग से 64 जिंदगी खाक, मरने वालों में 11 बच्चे शामिल

रूस के साइबेरिया प्रांत के केमरोवो शहर के एक शॉपिंग मॉल में रविवार को आग लगने से मरने वालों की तादाद सोमवार को बढ़कर कम से कम 64 हो गई। रूस के आपातकालीन सेवा मंत्री व्लादिमीर पुत्शकोव ने यह जानकारी दी। इस अगलगी को सोवियत संघ के विघटन के बाद से रूस की सबसे भयानक आग दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है।

कई लोग लापता

पुत्शकोव ने कहा, केमरोवो शहर के विंटर चेरी मॉल (जिमवाया विश्नाया) में रविवार को लगी आग पर नियंत्रण पाने के बाद सोमवार को 64 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। छह शव अभी बरामद नहीं हुए हैं। मारे जाने वाले लोगों में बच्चे शामिल हैं, लेकिन तत्काल उनकी संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकती। कुछ मीडिया रिपोर्टों में मरने वाले बच्चों की तादाद 11, जबकि लापता लोगों की तादाद 16 बताई गई। बचावकर्मियों के अनुसार मॉल से करीब 120 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। जिस समय आग लगी उस समय मॉल में काफी भीड़ थी। आग चार मंजिला मॉल की ऊपरी दो मंजिलों में लगी।

चार लोग हिरासत में

जांच एजेंसियों ने हादसे की आपराधिक जांच शुरू कर दी है। उन्होंने चार लोगों को हिरासत में लिया है। जांच समिति ने कहा वह मॉल के मुख्य मालिक से पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की कोशिश कर रही है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मॉल में मल्टीप्लेक्स सिनेमाघर, रेस्तरां और कई दुकानें हैं। मॉल के भीतर की वीडियो फुटेज में लोग धुएं से भरी मॉल की सीढ़ियों पर आपातकालीन खिड़की को तोड़ने की कोशिश करते दिखे, जो जाम पड़ा लग रहा था। बचावकर्मियों को मॉल की ऊपरी मंजिलों में पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं, क्योंकि आग लगने के बाद मॉल के दो सिनेमाघरों की छत ढह गई है।

कारण साफ नहीं

आग के कारणों के बारे में आधिकारिक रूप से अभी कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन ‘आरटी न्यूज’ के मुताबिक, आग की शुरुआत बच्चों के खेलने की जगह से हुई, जहां कथित तौर पर एक बच्चे द्वारा लाइटर के इस्तेमाल से ट्रैंपोलीन (खेलने का एक जिमनास्टिक उपकरण) में आग लग गई। एक अन्य रिपोर्ट में आग लगने का कारण खेल के मैदान में बिजली के तारों में शॉर्ट सर्किट बताया गया।

रूस में हुए कुछ बड़े अग्निकांड

2015 : मार्च में तातारस्तान की राजधानी कजान के एक मॉल में आग लगी, जिसमें 11 लोग मारे गए

2013 : अप्रैल में मॉस्को के एक मनोरोग अस्पताल में आग लगने से 38 लोग जलकर मर गए। सितंबर में उत्तरी-पश्चिमी रूस स्थिति लुका गांव के मनोरोग अस्पताल में आग लगी, जिसमें 37 लोगों की मौत हो गई।

2009 : पेर्म शहर के एक नाइटक्लब में आग लगी, जिसकी चपेट में आकर 156 लोगों की मौत हो गई

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