शीर्षक: कर्बला मजलूम की हिमायत एवं शांति और न्याय का अमरो अमिट आंदोलन
इस सिलसिले में आज एक प्रेस वार्ता तंजीमुल मकातिब के उलेमा ने प्रेस क्लब में की
लखनऊ।कर्बला मज़लूम की हिमायत एवं शांति और न्याय का अमरो अमिट आंदोलन के शीर्षक से तीन दिवसीय इंटरफेथ सम्मेलन का आयोजन 22,23 और 24 जुलाई को तनजीमुल मकातिब के द्वारा किया जा रहा है आज इस सिलसिले में एक प्रेस कांफ्रेंस मकातिब के उलेमा ने प्रेस क्लब में की जिसमें मौलाना फैज़ अब्बास, मौलाना नकी असकरी, मौलाना मुम्ताज जाफर, मौलाना मुनव्वर हुसैन और मौलाना फिरोज़ अली ने पत्रकारों से वार्ता की।
मौलाना फैज़ अब्बास ने कहा कि कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन द्वारा पेश की गई अत्यंत दर्दनाक कुर्बानियों के विभिन बिंदुओं पर प्रकाश डालने के लिए हिन्दुस्तान की सब से बड़ी धार्मिक संस्था तंजीमुल मकातिब इस सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है। उन्हों ने कहा यह लोगों के दिलों से बहुत सी गलत फहमियां भी दूर करे गा।जैसा कि हम सब जानते हैं कि इस्लाम के मायने ही पीस और शांति के हैं और यह भी कटु सत्य है कि पीस और शांति! जस्टिस और न्याय के बिना कायम ही नहीं हो सकती यही वह बुनियादी कारण है की न्याय और शांति से मोहब्बत करने वाले हालात चाहे कितने ही खराब क्यों न हों वह अपने अपने तरीके से पीस और न्याय यानी अमन और इंसाफ कायम करने की कोशिश में लगे रहते हैं और हालात की परवाह कभी नहीं करते, वह अच्छाइयों को फैलाने और बुराइयों को खत्म करने के प्रयास में निरंतर जुटे रहते हैं और हर तरह का त्याग और बलिदान देने को भी तैयार रहते हैं ताकि समाज में शांति और न्याय कायम रहे।
उन्हों ने कहा कि आज इस्लाम धर्म की जो तस्वीर पेश की जा रही है और इस्लाम असल में क्या है उसे बताने की जरूरत है।
उन्हों ने कहा कि इस सम्मेलन में हर मजहब व मिलत के लोग आरहे हैं उनकी एक लम्बी फेहरिस्त है।