डेटा लीक होने को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच छिडी जंग आज उस समय और तेज हो गई जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘बिग बास’ बताते हुए कहा कि वह किसी की भी जासूसी कर सकते हैं। वहीं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने ‘छोटा भीम’ कार्टून के जरिये गांधी पर तंज कसा और उनसे सवाल किया कि कांग्रेस के एप से डेटा ‘सिंगापुर सर्वर’ को क्यों भेजा जाता है।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी जी का नमो एप आपके दोस्तों तथा परिवार के सदस्यो का ऑडियो, वीडियो चुपचाप रिकार्ड कर रहा है। साथ ही जीपीएस के जरिए यह भी पता लगाया जा रहा है कि आप कहां हैं।’ उन्होंने मोदी पर तंज किया वह बिग बॉस हैं जो भारतीयों की जासूसी करना पसंद करते हैं। अब वह हमारे बच्चों का डॉटा भी चाहते हैं इसलिए 13 लाख एनसीसी कैडेट को जबरन यह एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया है।’
ईरानी ने ट्वीट किया, ‘राहुल गांधी जी, यहां तक कि छोटा भीम तक को पता है कि एप पर आम तौर पर अनुमति लिये जाने का मतलब यह नहीं होता है कि जासूसी की जा रही है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट करके कहा, ‘अब जब हम प्रौद्योगिकी की बात कर रहे हैं तो राहुल गांधी जी क्या आप इस बात का जवाब देंगे कि कांग्रेस अपने डाटा सिंगापुर सर्वर को क्यों भेजती है जिसे टाम ,डिक और ऐनेलिटिका समेत कोई भी ले सकता है।’
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी डेटा सिंगापुर में अपने मित्रों और माओवादियों के साथ साझा करती है। मालवीय ने तंज करते हुए ट्वीटर पर लिखा है, ‘हेलो, मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पाटीर् का अध्यक्ष हूं। जब आप मेरे आधिकारिक ऐप पर आते हो तो मैं आपका डेटा सिंगापुर में अपने मित्रों को देता हूं।’ इससे पहले गांधी ने प्रधानमंत्री पर नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए अमेरिका डेटा भेजने का आरोप लगाया था।
मालवीय ने ट्वीट श्रंखला में कांग्रेस पर समान विचारधारा वाले लोगों के साथ डेटा साझा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस डेटा को माओवादी, पत्थराव करने वालों, भारत के टुकड़े गैंग, चीन के दूतावास एवं कैम्ब्रिज एनालीटिका को देती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को डेटा देने में आगे रहने पर पूरे नंबर देता हूं। यह डेटा किसी को भी दिया जा सकता है।
कांग्रेस ने गूगल प्ले स्टोर से हटाया अपना एप
डेटा लीक होने की रिपोर्टों के बीच कांग्रेस ने अपने आधिकारिक मोबाइल एप ‘विदआइएनसी’ को आज गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया। कांग्रेस ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि ‘विदआइएनसी’ एप का इस्तेमाल सिर्फ सोशल मीडिया अपडेट के लिए किया जा रहा था। गलत यूआरएल चलने और इससे लोगों के गुमराह होने की एप को आज सुबह गूगल प्लेस्टोर से हटाना पड़ा।
पार्टी ने यह भी कहा कि ‘विदवाआइएनसी’ एप का इस्तेमाल सिर्फ सदस्यता के लिए किया जा रहा था और करीब पांच माह से यह प्रयोग में नहीं था। पार्टी का कहना है कि 16 नवंबर 2017 को सदस्यता सीधे पार्टी के आधिकारिक वेबसाइट से ली जा रही है और तब से इस एप का प्रयोग नहीं हो रहा था। साइबर सुरक्षा के लिए काम करने वाले फ्रांस के शोधार्थी इलियट एल्डरसन के कांग्रेस के इस एप से सूचनाएं सिंगापुर लीक होने के खुलासा के बाद पार्टी ने एप को गूगल प्लेस्टोर से हटाया है।
एंडरसन ने यह भी खुलासा किया था कि ‘नमो एप’ को डाउनलोड करते ही लोगों की निजी सूचना अमेरिकी कंपनियों को पहुंच रही है। एंडरसन के इस खुलासे के बाद गांधी ने पधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया जिसक भारतीय जनता पार्टी ने भी करारा जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस को तकनीकी जानकारी नहीं है।