चाइनीज मंझे से बच्चे को बचाने के चक्कर में घायल हुआ पिता
बच्चे को स्कूल लेजाते समय हुआ हादसा
लखनऊ । इंसानी जिंदगी का अनजाना दुश्मन है चाइनीज मंझा इंसान बेफिक्री के आलम में जा रहा होता है उसे पता भी नहीं होता कि कोई ऐसी चीज है जो उसकी जान के लिए घातक है यह बात वोह लोग तो जानते हैं जो इसका इस्तेमाल कर रहे है लेकिन उन लोगों का क्या जो लोग इस से अनजान हैं।आपको बता दें कि आसमान में चाइनीज मंझा बांध कर पतंग उड़ाने वाले लोग चाइनीस मंझे से गुरेज नहीं कर रहे हैं जिसके नतीजे में लोग घायल हो रहे हैं। चाइनीस मंझे से एक 50 वर्षीय व्यक्ति के घायल होने का मामला नाका थाना क्षेत्र में सामने आया है जहां सुबह अपने बच्चे को स्कूल पहुंचाने जा रहे हैं एक 50 वर्षीय व्यक्ति चाइनीस मंझे से अपने बच्चे की गर्दन बचाने के चक्कर में गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि चाइनीज मंझे से किसी के घायल होने की ये पहली घटना नहीं है लेकिन बावजूद इसके बाज़ार में चाइनीज़ मंझा बिक रहा है और पतंग के शौकीन अपने शौक के चक्कर मे खतरनाक चाइनीज़ मंझे से पतंग उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं और उस से राहगीरों के घायल होने का सिलसिला जारी है।
जानकारी के अनुसार बुलाकी अड्डा के पास छोले भटूरे और पूड़ी की दुकान चलाने वाले सुनील शुक्ला बाजार खाला थाना क्षेत्र अंतर्गत मोतीझील कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं । सुनील का 14 वर्षीय पुत्र दक्ष शुक्ला लामार्टिनियर स्कूल में कक्षा 9 की पढ़ाई करता है । सुनील शुक्ला सुबह के समय अपने बेटे दक्ष शुक्ला को अपनी मोटर साइकिल पर बैठाकर स्कूल पहुंचाने जा रहे थे तभी सुबह करीब 7 बजे नाका थाना क्षेत्र में लाल कुआं के पास पुल पर जाते समय पतंग का चाइनीज मंझा उनके बेटे दक्ष शुक्ला की गर्दन के बिल्कुल पास आ गया अचानक सुनील शुक्ला की उस पर नजर पड़ी और उन्होंने अपने बच्चे को बचाने के लिए अपने हाथ से चाइनीस मांझा रोक लिया धारदार चाइनीस मंझे ने सुनील शुक्ला के हाथ को रेत दिया और उनके हाथ से खून धार की शक्ल में बहना शुरू हो गया। बुरी तरह से घायल सुनील शुक्ला ने अपने हाथ पर रुमाल बांधा और किसी तरह एक हाथ से मोटर साइकिल चलाकर स्कूल पहुंचे और अपने बच्चे को स्कूल पहुंचाने के बाद वो एक प्राइवेट अस्पताल गए जहां उनके हाथ में चार टांके लगे हैं । पूड़ी की दुकान चलाने वाले सुनील शुक्ला का कहना है कि उन्होंने अगर अपने बाएं हाथ से मंझा न पकड़ा होता तो मंझा उनके बेटे की गर्दन काट देता । सुनील शुक्ला ने बताया कि उनका हाथ काटने के बाद पतंग का मांझा पीछे मोटरसाइकिल से आ रहे एक युवक की गर्दन में फंसा लेकिन इत्तेफाक से वो युवक अपनी गर्दन में अंगोछा लपेटे हुए थे जिसकी वजह से उसकी गर्दन कटने से बच गई। चाइनीस मंझे से सुनील शुक्ला के घायल होने का ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी लखनऊ शहर में तमाम लोग चाइनीस मंझे की जद में आ कर लहूलुहान होकर जिंदगी और मौत की जंग लड़ चुके हैं। लोगों का कहना है कि चाइनीस मंझे से घायल होने की घटना के बाद पुलिस हरकत में आती है और कुछ दिनों की चेकिंग के बाद जांच फिर ठंडे बस्ते में चली जाती है। और नतीजा ढाक के तीन पात।