इलाज के लिए भर्ती कराए गए दो घायल अपराधी लखनऊ के ट्रामा सेंटर से हुए फरार
राय बरेली में मुठभेड़ के दौरान घायल हुए दोनो अपराधीयों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
निगरानी में लगे उपनिरीक्षक सहित 7 पुलिस कर्मियों के खिलाफ चौक कोतवाली में मुकदमा दर्ज
फरार अपराधियो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 4 टीमें गठित
लखनऊ । 5 दिन पूर्व राय बरेली के डल मऊ पुलिस द्वारा मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए गए दो शातिर लुटेरे बुधवार की सुबह लखनऊ के ट्रामा सेंटर से पुलिस कर्मियों को चकमा देकर आराम से फरार हो गए और पुलिस कर्मियों को भनक तक नही लगी। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली से घायल हुए दोनों बदमाशों को रायबरेली पुलिस ने इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था जहां इन दोनों अपराधियों की निगरानी में उप निरीक्षक मोहित कुमार के अलावा अन्य 6 पुलिसकर्मी भी तैनात थे । कल ट्रामा सेंटर में भर्ती कराए गए दोनों अपराधियों का इलाज चल रहा था बुधवार की सुबह करीब 6 बजे ये दोनों अपराधी पुलिस कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गए। अपराधियों के ट्रामा सेंटर से भागने की सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। रायबरेली की डलमऊ पुलिस के द्वारा मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए गए शाहगंज जौनपुर के रहने वाले इरफान और मध्य प्रदेश के रहने वाले इंजमाम की निगरानी में लगे उप निरीक्षक मोहित कुमार हेड कांस्टेबल लालसा चौहान कांस्टेबल शक्ति सिंह, मुकेश सिंह, महेश सिंह, सचिन सिंह व आनन्द कुमार व फरार हुए अपराधियो के खिलाफ लखनऊ के चौक थाने में इंस्पेक्टर डलमऊ पंकज त्रिपाठी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। डीसीपी पश्चिम एस चिनप्पा ने बताया कि पुलिस की निगरानी में ट्रामा सेंटर में इलाज करा रहे अपराधियों के भागने के मामले को गंभीरता से लेते हुए उनकी तलाश में पुलिस की चार टीमों के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया गया है उन्होंने बताया कि ट्रामा सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज भी चेक कराई जा रही है अपराधियो की निगरानी में लगे पुलिसकर्मियों और भागे हुए अपराधियों के खिलाफ चौक थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है । इंस्पेक्टर डलमऊ पंकज त्रिपाठी ने बताया कि इसी महीने की 9 तारीख को डलमऊ थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान शातिर अपराधी इरफान और इंजमाम को गिरफ्तार किया गया था उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान बदमाशों के द्वारा की गई फायरिंग में उनके थाने का सिपाही शिवचरण भी घायल हुआ था उन्होंने बताया कि बदमाशों की फायरिंग के जवाब में पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी थी जिन्हें रायबरेली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से कल ही इन दोनों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया था । इंस्पेक्टर डलमऊ पंकज त्रिपाठी के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से असलहे कारतूस के अलावा लूट का माल व नगदी भी बरामद हुई थी । गिरफ्तार किए गए बदमाशों के खिलाफ दो मुकदमे डलमऊ थाने में दर्ज हैं इसके अलावा भी उन शातिर अपराधियों का अपराधिक इतिहास का पता चला है । इंस्पेक्टर चौक प्रशांत कुमार मिश्रा ने बताया कि इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर से पुलिस कर्मियों को चकमा देकर दोनों घायल अपराधी फरार हो गए हैं जिनकी गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की है कि फरार हुए अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे। सवाल ये उठता है कि ट्रामा सेंटर से फरार हुए शातिर अपराधियों के पैर में गोलियां लगी थी और इनकी निगरानी में भी पुलिस की भारी-भरकम टीम लगी हुई थी बावजूद इसके घायल अवस्था मे बदमाश पुलिस कर्मियों को चकमा देकर ट्रामा सेंटर से कैसे आराम से फरार हो गए । हालांकि माना जा रहा है कि ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान पुलिस कर्मियों को चकमा देकर भागने वाले अपराधी बिना किसी की मदद के नहीं भाग सकते क्योंकि दोनों के पैर में गोली लगी थी।
कैसे ये घायल अपराधी सुबह तड़के आराम से फरार हो गए यह भी एक बड़ा सवाल है । बहरहाल ट्रामा सेंटर से फरार हुए दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पूरी शिद्दत के साथ लगी हुई है उम्मीद जाहिर की जा रही है कि फरार हुए दोनों अपराधी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। क्योंकि घायल अवस्था में ये अपराधी ज्यादा दूर तक अपने दम पर नहीं भाग सकते है हा ये ज़रूर गौर करने वाला विषय है कि ट्रामा सेंटर से भगाने में अपराधियो कुछ और साथियों का हाथ तो नही है जो पूर्व नियोजित प्लानिंग के साथ घायल अपराधियो को कड़ी सुरक्षा के बीच से उड़ा ले गए।
समझा जा रहा है कि अगर बदमाशो के भागने में किसी वाहन का इस्तेमाल किया गया है तो अपराधी कम समय में ज़्यादा दूर तक भाग सकते है लेकिन ट्रामा सेंटर से भागते समय का पूरा नज़ारा ट्रामा सेंटर के अंदर व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में नजर ज़रूर आ जाएगा। पुलिस की टीमें सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच कर रही हैं। बताया जा रहा है कि ट्रामा सेंटर से पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग गए दोनों बदमाश ईरानी गैंग के टप्पेबाज़ है जिन्होंने रायबरेली के 1 व्यापारी से 1 लाख रुपए की टप्पेबाजी की थी।