प्रार्थना पत्र पर आख्या देने के एवज में मांगी थी रिश्वत
लखनऊ ।एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी राजीव मल्होत्रा के द्वारा गठित की गई ट्रैप टीम ने आज विद्युत विभाग के एक ऐसे अवर अभियंता जेई को 20 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया जो जुर्माने की रकम कम करने के लिए दिए गए प्रार्थना पत्र पर आख्या देने के एवज में रिश्वत मांग रहा था । भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी राजीव मल्होत्रा के अनुसार चुनार मिर्जापुर के रहने वाले सुरेश कुमार सिंह की शिकायत पर वाराणसी इकाई के इंस्पेक्टर विनोद कुमार यादव के नेतृत्व में गठित की गई ट्रैप टीम ने मिर्जापुर के पडरी विद्युत उप केंद्र के अवर अभियंता अजय कुमार दुबे को विद्युत उप केंद्र के कार्यालय में 20 हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर जेई के खिलाफ मिर्जापुर के चुनार थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। डीआईजी राजीव मल्होत्रा के अनुसार इसी महीने की 6 तारीख को शिकायतकर्ता सुरेश कुमार सिंह के द्वारा अधिशासी अभियंता को जुर्माने की रकम कम करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था जिसमें अवर अभियंता JE अजय कुमार दुबे को आख्या प्रेषित करनी थी । आख्या प्रेषित करने के एवज में अजय कुमार दुबे ने शिकायतकर्ता सुरेश कुमार सिंह से 20 हज़ार रुपए की रिश्वत मांगी थी। सुरेश कुमार सिंह की शिकायत पर गठित की गई ट्रैप टीम ने मंगलवार को रिश्वतखोर अवर अभियंता को 20 हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। रिश्वतखोर अवर अभियंता अजय कुमार दुबे ने न सिर्फ रिश्वत लेकर विभाग को शर्मसार किया बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आक्रामक रूख रखने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की मंशा पर भी दाग लगा दिया।