जंनतुल बकी के पुनः निर्माण के लिए भारत हस्तक्षेप करे
अंजुमन के सचिव अदनान हसन संयुक्त सचिव मोहम्मद इमरान के नेतृतव में जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन दिया
लखनऊ।जन्नतुल बकी के विध्वंस के खिलाफ और पवित्र मजारो के पुनर्निर्माण के लिए अंजुमन मुहिब्बान ए हुसैन की जानिब से आज दिनांक 10 मई को रात्रि 9 बजे जन्नतुल बक़ी सुप्पा लखनऊ में प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन से पहले मिशन जन्नतुल बक़ी और अंजुमन मोहिब्बाने हुसैन की जानिब से शहज़ादी फातिमा की कब्र को शहीद किये जाने की याद में एक मजलिस का आयोजन हुआ मजलिस को मौलाना गुलरेज नक़ी साहब ने खिताब किया
अंजुमन के सचिव अदनान हसन और संयुक्त सचिव मोहम्मद इमरान के नेतृतव में राजधानी में न केवल प्रदर्शन किया गया बल्कि जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भी दिया गया।
अंजुमन के साहिब ए ब्याज रज़ा अब्बास ने कहा कि सऊदी अरब इस्लाम और मुसलमानों का खुला दुश्मन है। सऊदी हुकूमत जिसने पूरी दुनिया में आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। जंनतुल बकी में रसूल की इकलौती बेटी हजरत फातिमा जहरा(स0अ0), रसूल के बड़े नवासे इमाम हसन as रसूल के नाती इमाम ज़ैनुल अबिदीन as इमाम मोहम्मद बाकिर as इमाम जाफ़रे सादिक़ as हज़रात अब्बास की वालिदा फातिमा कालबिया as और सालेहीन के मजार है जिन्हें सन 1925 में आले सऊद ने ढाकर अपने आतंकवाद का सुबूत दिया था। हम आज भी आले सऊद के इस्लाम विरोधी कारनामों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है और मांग करते है कि जन्नतुल बकी के पुनः निर्माण की इजाजत दी जाए।
अंजुमन के नौहाख्वान सुबी राहत ने कहा ये कौन से मुसलमान है जो अपने ही रसूल की बेटी और नातियों के मज़ारो को ढाते है ? ये कौन सा इस्लाम है यकीनन ये इस्लाम नही बल्कि इस्लाम का चोला ओढ़े आतंकवाद के आक़ा है जो पूरी दुनिया मे आतंकवाद को बढ़ावा देते है और इस्लाम की रुसवाई का कारण बनते है।
भारत सरकार से प्रदर्शन में प्रमुख मांगे-
सऊदी अरब पर जन्नतुल बकी के पुनः निर्माण के लिए दबाव बनाया जाए या मुसलमानों को पुनः निर्माण की इजाजत दी जाए। संयुक्त राष्ट्र सऊदी अरब के जुर्म का हिसाब किताब करे और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद की पुश्त पनाही के जुर्म में सऊदी अरब और उसके साथी देशों पर अंतर्राष्ट्रीय अदालत में मुकदमा चलाया जाए। सऊदी अरब के जरिये यमन, शाम, और अन्य देशों में जारी आतंकवाद पर रोक लगायी जाए और उसका बाॅॅयकाट किया जाय। केंद्र सरकार सऊदी अरब से डेप्लोमेटिक सम्बंधको ख़त्म करे। जंनतुल बकी के पुनः निर्माण के लिए भारत हस्तक्षेप करे और पवित्र मजारों के पुनः निर्माण के लिए आगे आये।
फातमैन के वार्षिक अशरा में लखनऊ की मशहूर अंजुमनों ने की नौहा ख्वानी
राजधानी लखनऊ के विख्यात रौज़ा ए फातमैन का वार्षिक होने वाला अशरा जो 8, शववाल यानी ईद की 8, तारीख को अंजुमन शमशीरे हैदरी के तत्त्वधान मेँ संपन्न हुआ।
मालूम हो कि यह वार्षिक अशरा 8, तारीख ईद की खातूने जन्नत शहज़ादी ज़हरा सालामुल्लाही अलैह के मज़ारे मुक़ाद्दसा के विधवन्स के विरोध जताने हेतु होता है।
ईद की 8, तारीख को दुनिया भर मेँ शियाने हैदरे कर्रार शहज़ादी ज़हरा के रौज़े के विधवन्स के विरोध मेँ धरने प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराते हैँ।
आज इसी के तहत रौज़े फातमेंन मेँ शहर की मशहूर अंजुमनों मेँ, अंजुमन गुलदस्ता ए हैदरी, रौनक़ ए दीने इस्लाम,अंजुमन हुसैनिया क़दीम, ज़फरुल ईमान,फरोगे इस्लाम, अन्जुमने शब्बीरिया, अंजुमन क़मरे बानी हाशिम,आदि अंजुमनों ने नौहां ख्वानी एवं सीना ज़नी कर शहज़ादी को पूरसा पेश किया।