जन्नतुल बकी के पुनः निर्माण की मांग को लेकर मौलाना यासूब अब्बास द्वारा सऊदी अरब की हुकूमत के खिलाफ विशाल प्रदर्शन

जन्नतुल बकी के पुनः निर्माण की मांग को लेकर मौलाना यासूब अब्बास द्वारा सऊदी अरब की हुकूमत के खिलाफ विशाल प्रदर्शन

भारत के प्रधान मंत्री से की हस्तक्षेप की अपील

लखनऊ।शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास की आह्वान पर आज 10 मई लखनऊ के शहीद स्मारक पर हर साल की तरह दिन में 12.30 बजे सऊदी अरब हुकूमत के खिलाफ शिया समुदाय द्वारा एक विशाल धरना-प्रदर्शन किया गया जिसमे सैकडों लोगो नें शिरकत की मालूम हो कि आज से 97 साल पहले सऊदी अरब की हुकूमत ने रसूल की बेटी के रौजे को मुंहादिम कर दिया यह वाकिया सन 1925 में हुआ था जिसकी मुखालिफत में आज तक शिया समुदाय द्वारा प्रदर्शन किया जारहा है लेकिन सऊदी हुकूमत आज तक उन रौजो को तामीर नहीं करा रही है।


शिया पर्सनल लाॅ बोर्ड के सचिव,प्रवक्ता व शिया धर्म गुरु मौलाना यासूब अब्बास के आह्वान पर शिया समुदाय ने एक विशाल धरना-प्रदर्शन आयोजित कर सऊदी अरब सरकार की मुखालिफत करते हुए मांग की है कि हज़रत मोहम्मद(स॰) की बेटी हज़रत फातिमा(स॰) की मज़ार को पुनः निर्मित किया जाए। धरने को संबोधित करते हुए शिया धर्मगुरु यासूब अब्बास ने कहा कि सऊदी हुकूमत ने हज़रत मोहम्मद (स॰) की पुत्री हज़रत फातिमा(स॰) की मज़ार गिराकर गहरी ठेस पहुंचाई है। इस कारण दुनियाभर के शिया समुदाय में गहरा रोष है। मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हम अपने मांगपत्र के द्वारा भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि देश की मोदी सरकार इस संबंध में सऊदी हुकूमत से कूटनीति के तहत सऊदी सरकार से हज़रत फातिमा(स॰) की मज़ार पुनः बनवाने के बावत दबाव बनाये अथवा सऊदी सरकार से परमीशन दिलवायें कि भारत की शिया समुदाय अपने खर्च पर हज़रत फातिमा की मज़ार का पुनर्निर्माण कर सके।

मौलाना अब्बास ने यह भी कहा कि हम सरकार को मांगपत्र भेज रहे हैं साथ ही अपने खून से लिखा एक पत्र भी सऊदी हुकूमत को भेज रहे हैं।मौलाना यासूब अब्बास नें कहा की एक जनन्तुलबकी की शबीह अपनें इमामबाडे में जरूर रखें या अपनी हैसियत के हिसाब से अगर हो सके गांव में जनन्तुलबकी का रौजा बनवायें जिससे हम लोगों की आनें वाली नसलों को भी मालुम हो की आले सउद नें कैसे रसूले खुदा की बेटी बीबी जहरा स0मु0 का रौजा शहीद कर दिया था। और यह आले सउद के मुहं पर एक तमाचा होगा कि देखो तुमने एक रसूले खुदा की बेटी बीबी जहरा स0मु0 का रौजा गिरवाया तो हमनें लाखों रौजे बनवा लिये। जलसे के खत्म होने पर मौलाना एजाज ने मजलिस को खिताब किया मजलिस के बाद लोगों ब्लेड से मातम कर के खुद को लहू लुहान कर के सऊदी हुकूमत को यह पैगाम देने की कोशिश की हम रौजों की तामीर के लिए अपना खून भी दे सकते हैं।


जलसे को आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सायम मेंहदी ने खिताब किया उन्हें ने कहा कि भारत के प्रधान मंत्री को एक पत्र लिख कर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इनके अलावा जिन उलेमा ने जलसे को खिताब किया उनमें मौलाना जाहिद अहमद मौलाना मीसम जैदी. मौलाना जकी जैदी .मौलाना जफर अब्बास.मौलाना रजा अब्बास.मौलाना कल्बे अब्बास.मौलाना फरहत.मौलाना तकी हैदर मुजफरनगर .तथा अन्य मौलाना मौजूद रहे। जलसे में शायर अहलेबैत ऐजाज जैदी और नय्यर मजीदी ने सऊदी हुकूमत के ज़ुल्म के खिलाफ अपने लिखे अशआर पढ़े। बाद जलसे के भारत सरकार को एक माँग पत्र भेजा गया कि भारत,पवित्र “जन्नतुल बाकी” के पुनः निर्माण के लिए सऊदी सरकार पर कूटनीतिक दबाव बनाये। भारत सरकार से अपील की गयी कि वह लाखों अहलेबैत अ0स0 के चाहने वालों की भावनाओं और अकीदत का सम्मान करते हुए हजरत फातिमा जहरा स0 और चार अन्य इमामों अ0स0 की रौजों के पुनर्निर्माण के लिए सऊदी सरकार पर दबाव डाले। इसके अलावा प्रदर्शनकारी “जन्नतुल बकी” के पुनः निर्माण के लिये अपने “रक्त” से लिखकर एक पत्र भी दिल्ली स्थित सऊदी दूतावास भेजेगा।

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