होली के खूबसूरत रंगों की तरह आपको
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उर्दू दैनिक बुलन्द आवाज़ की तरफ से बहुत बहुत रंगों भरी शुभकामनायें
लखनऊ. (ऐमन शेख) होली का त्योहार रंगों का त्योहार है इस रंग में प्यार मुहब्बत का रंग है इस त्योहार को पूरे मुल्क में सब मिलकर मानते हैं एक दूसरे को होलिका दहन की बधाई देते हैं और रंगों से सराबोर होकर सारे गिले शिकवे भुला कर एक दूसरे से गले मिलते है, हैना यह रंगों से भरा प्यारा त्योहार ।
क्योंना हम सब भी पुरानी परंपरा को बाक़ी रखते हुए इस त्योहार को मनाए और फिर लखनऊ की यह खास बात है की त्योहार चाहे हिंदुओं का हो या मुसलमानो का सब मिल कर मनाते हैं। यह गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल है। यह बात बिलकुल दुरुस्त है की रंगो का त्योहार सिर्फ हिंदू ही नही मनातें बल्कि मुसलमान भी इसे सदियों से मनाते चले आ रहे हैं। लखनऊ यानी अवध वालें सदियों से एक दूसरे के दिलों में बसते हैं।
जो लोग अमन पसंद हैं जो लोग हर रंग से मुहब्बत करते हैं इस त्योहार का उन्हें बेसब्री से इंतजार रहता है। यह त्योहार हिंदू और मुसलमानों के बीच इत्तेहाद व भाईचारे के रिश्ते को मजबूती अता करता है।
आओ मिलकर होली मनाएं नफरतें भड़कते शोलों में जलाएं
यह त्योहार जात पात व मजहब से परे हैं। होली एक ऐसा त्योहार है जो समाज के सभी कौम व मज़हब व मिल्लत के बीच प्यार और मोहब्बत का रिश्ता मजबूत करता है साथ ही इंसानियत और मोहब्बत का पैग़ाम देता है। दुनिया में इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं है। हर मजहब अमन और इत्तेहाद का पैगाम देता है और इंसानियत ही सब से बड़ा मजहब है। लखनऊ वह जगह है जहां नवाबीन ए अवध होली के मौके पर गुलाल से होली खेलते थे।यही सबब है कि आज भी लोग उसी परंपरा को बरकरार रखे हैं और होली के त्योहार पर रंग वा गूलाल लगा कर होली का भरपूर मज़ा लेते हैं ।