पीजीआई पुलिस ने 10 घण्टो में किया आसिफ हत्याकांड का खुलासा

नशे की हालत में पैसों की लेनदेन में हुआ था विवाद 

लखनऊ । लखनऊ कमिश्नरेट के पीजीआई थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम हुई अंडा रोल के दुकानदार 25 वर्षीय आसिफ की हत्या के मामले में पीजीआई पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए महज़ 10 घंटों के अंदर हत्या आरोपी वृंदावन कॉलोनी पीजीआई के रहने वाले सिराज और सेक्टर 12 बरौली पीजीआई के रहने वाले अफजल को पीजीआई थाना क्षेत्र के सेक्टर 8 अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया सिराज मूल रूप से जिला सीतापुर का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए सिराज और अफजल ने नशे की हालत में पैसों की लेनदेन के विवाद में मूल रूप से बाराबंकी के रहने वाले 25 वर्षीय आसिफ की मुर्गा काटने वाले चाकू से हत्या कर दी थी । आसिफ की हत्या के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए थे जिन्हें पीजीआई पुलिस ने घटना के महज़ 10 घंटों के अंदर गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आसिफ की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए सिराज और अफजल दोनों आपस में रिश्तेदार हैं और दोनों ही मांस का काम करते हैं और यह लोग अक्सर शराब पीकर क्षेत्र में लोगों से लड़ाई झगड़ा और मारपीट भी किया करते थे । बताया ये भी जा रहा है कि मंगलवार की शाम हत्या आरोपी और मृतक आपस में नशे की हालत में जुआ खेल रहे थे तभी पैसों की लेनदेन को लेकर विवाद हुआ जिसमें सिराजु और अफ़ज़ल ने आसिफ की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।

आलमबाग में 10 किलो गांजे के साथ 2 गिरफ्तार

बीबीडी पुलिस ने पकड़ा नशे का सौदागर 

लखनऊ । अपराध की रोकथाम और अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाई जा रही मुहिम में लखनऊ कमिश्नरेट की आलमबाग और बीबीडी पुलिस ने नशे के सौदागरों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में गांजा और स्मैक बरामद की है । आलमबाग पुलिस ने नबीनगर नगराम के रहने वाले अंकित कुमार और डलमऊ रायबरेली के रहने वाले रावेंद्र को देवी खेड़ा कैलाशपूरी आलमबाग से गिरफ्तार कर 10 किलो गांजा बरामद किया है। बरामद गांजे की कीमत 5 लाख रुपए बताई जा रही है आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पूर्व ही आलमबाग क्षेत्र में महिलाओं के द्वारा नशे का कारोबार किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद आलमबाग पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाली दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा था । इसके अलावा बीबीडी पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाले मिल एरिया रायबरेली के रहने वाले दीपक सिंह उर्फ डीके कंजड़ को रेगुलेटर पुल इंदिरा नहर के पास से गिरफ्तार कर 60 ग्राम स्मैक बरामद की है । इंस्पेक्टर बीबीडी अतुल कुमार सिंह की टीम ने दीपक सिंह उर्फ डीके कंजड़ को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए दीपक सिंह के खिलाफ पहले से 7 मुकदमे दर्ज हैं।

गुडम्बा में वाहन चोर हसनगंज में लुटेरा गिरफ्तार

जानलेवा हमले के आरोपी को जानकीपुरम पुलिस ने पकड़ा

लखनऊ । लखनऊ कमिश्नरेट की गुडम्बा, जानकीपुरम और हसनगंज पुलिस को सफलताएं मिली हैं। गुडम्बा पुलिस ने शातिर वाहन चोर मिश्रपुर गुडम्बा के रहने वाले फारुख को गिरफ्तार कर साल 2017 में गुडम्बा थाना क्षेत्र से चोरी हुई मोटर साइकिल बरामद की है मोटर साइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया फारूक मूल रूप से जिला सीतापुर का रहने वाला है । बरामद मोटर साइकिल के संबंध में 3 जुलाई 2017 को गुडम्बा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था इसके अलावा जानकीपुरम पुलिस ने जानलेवा हमले के मुकदमे में आरोपी बनाए गए सेक्टर एफ जानकीपुरम के रहने वाले हरीश कुमार शर्मा को आज गिरफ्तार कर लिया गिरफ्तार किए गए हरीश कुमार शर्मा के खिलाफ कल ही सेक्टर एफ जानकीपुरम के रहने वाले गिरीश चंद्र शर्मा ने जानलेवा हमला सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था । हसँगन पुलिस ने पुरानी बांसमंडी खदरा हसनगंज के रहने वाले पंकज कश्यप को गिरफ्तार कर लूट का एक मोबाइल फोन बरामद किया है पंकज कश्यप के पास से बरामद लूट के मोबाइल के संबंध में 20 जनवरी 2022 को हसनगंज कोतवाली में लूट का मकदमा दर्ज किया गया था । हसनगंज पुलिस ने आज मोबाइल लुटेरे पंकज कश्यप को पक्का पुल के पास से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।

उत्तरी जोन की सर्विलांस सेल ने ढूंढे 43 मोबाइल

लखनऊ। लखनऊ कमिश्नरेट के उत्तरी जोन की सर्विलांस सेल ने विभिन्न स्थानों से गुम हुए 43 कीमती मोबाइल फोन ढूंढ कर उनके वास्तविक मालिकों के सुपुर्द कर 43 लोगों के चेहरों पर मुस्कान वापस कर दी है । डीसीपी उत्तरी के कार्यालय में आज डीसीपी उत्तरी एस चिनप्पा और एडीसीपी प्राची सिंह की उपस्थिति में तलाश किए गए मोबाइलों के उनके वास्तविक मालिकों को बुलाकर उन्हें उनके मोबाइल वापस किए गए । लखनऊ कमिश्नरेट के उत्तरी जोन की सर्विलांस सेल के प्रभारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने अपनी सहयोगी टीम कड़ी मशक्कत के बाद 43 मोबाइल ढूंढ कर उनके मालिकों का पता लगा कर 43 लोगों के चेहरों पर मुस्कान वापस लाने के लिए कड़ी मशक्कत की थी। डीसीपी उत्तरी के कार्यालय पर अपने गुम हुए मोबाइल वापस लेने पहुंचे लोगों को जब उनके मोबाइल वापस किए गए तो लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था । बरामद किए गए सभी 43 मोबाइलों की कीमत करीब 8 लाख रुपए बताई जा रही है।

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